-कमिश्नर ने नगर निगम में ली चार विभागों की संयुक्त बैठक

-पॉयलट प्लान में रखा ओडियन नाले को, सभी विभागों से मांगे सुझाव

-एक्शन प्लान बनाकर देगा नगर निगम, पार्षदों की जिम्मेदारी तय

Meerut: शहर में नालों की सफाई के लिए अब माइक्रो प्लान तैयार किया जाएगा। कमिश्नर ने नगर निगम को एक एक्शन प्लान बनाने के निर्देश दिए हैं। शनिवार को निगम कार्यालय में चार विभागों की संयुक्त बैठक ले रहे कमिश्नर आलोक सिन्हा ने ओडियन नाले को पॉयलेट प्लान में रखने के निर्देश दिए। सफाई कार्यो में तेजी और पारदर्शिता लाने के निर्देश देते हुए उन्होंने इसके लिए पार्षदों की भी जिम्मेदारी तय की।

ओडियन नाला बनेगा मॉडल

नालों की सफाई का स्थाई समाधान तलाशने के क्रम में कमिश्नर आलोक सिन्हा ने निगम कार्यालय में विभागों की एक संयुक्त बैठक ली। कमिश्नर ने बैठक में मौजूद नगर निगम, कैंट बोर्ड, ट्रैफिक पुलिस, पुलिस व प्रशासन समेत व्यापारियों और पार्षदों से सफाई प्लान को लेकर सुझाव मांगे। इस दौरान कमिश्नर ने नालों की सफाई के लिए एक मॉडल माइक्रो प्लान बनाने की बात कही। सुझावों और आम सहमति के बाद कमिश्नर ने ओडियन नाले को पॉयलेट प्लान में रखने के निर्देश दिए। इसके साथ ही नगर निगम को नाले की सफाई के लिए एक एक्शन प्लान बनाने के निर्देश जारी किए।

ये होगा मॉडल एक्शन प्लान

मॉडल एक्शन प्लान के अंतर्गत ओडियन नाले को तीन-तीन किमी के हिस्से बांटा जाएगा। इस दौरान सफाई के लिहाज से नाले के स्ट्रक्चर को चिह्नित किया जाएगा। प्लान के अंतर्गत अतिक्रमण जोन, क्रीटीकल जोन, सेमी क्रीटीकल जोन, मैनुअल सैनेट्री जोन व मशीन सैनेट्री जोन को नक्शे के माध्यम से दर्शाया जाएगा। इसके बाद प्लान कमिश्नर कार्यालय में भेजा जाएगा। स्वीकृति मिलने के बाद प्लान के अनुसार संबंधित विभागों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाएगी।

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बैठक में इन बिंदुओं पर हुई चर्चा

-ज्यादा मशीन लगाकर कम समय में सफाई करें

-रात में भी सफाई करें। सामान्य गतिविधियों को कम से कम बाधित करें

-समस्या ग्रस्त नालों को एबीसीडी कैटेगिरी में रखें

-नाला सफाई से पूर्व, सफाई के दौरान और सफाई के बाद वाले फोटो को फाइल में लगाएं

-फोटों और सफाई निरीक्षण के बाद ही एजेंसी को भुगतान करें

-जन सहयोग की अपील करें, पार्षदगण सहयोग के लिए आगे आएं

-नालों के किनारे पर कूड़ादान रखें, ताकि नाले में कूड़ा न जाए

-डेयरी संचालकों की बैठक बुलाएं। समस्या का निदान सोचें

-डेयरियों को कंटेनर उपलब्ध कराएं, गोबर शहर से बाहर डालें

-ट्रांसर्पोटेशन के लिए डेयरी संचालकों को चार्ज करें

-15 जून यानी मानसून से पूर्व सभी नालों की सफाई सुनिश्चित करें

-नालों की सफाई के लिए प्लानिंग के साथ अतिक्रमण हटवाएं

-अतिक्रमण हटाने के दौरान अधिक डैमेज यानी नुकसान न करें

शहर में 285 नालें

बैठक में नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह ने बताया कि महानगर में छोटे-बडे़ कुल 285 नाले हैं। इनमें से 174 बडे नाले हैं, जिनकी सफाई जेसीबी मशीन द्वारा करायी जायेगी। इसके साथ ही 111 छोटे नालों की सफाई कर्मचारियों द्वारा की जाएगी। उन्होंने बताया कि नालों की सफाई एंव अतिक्रमण अभियान चलाने हेतु एक विभागीय अधिकारियों की टीम के साथ पुलिस व व्यापार मण्डल तथा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जायेगा। इस मौके पर मेयर हरिकांत अहलूवालिया, नगरायुक्त उमेश प्रताप सिंह, एडीएम सिटी एसके दुबे, एसपी सिटी ओमप्रकाश, चीफ इंजीनियर केबी वाष्र्णेय, नगर स्वास्थ अधिकारी डा। प्रेम सिंह, सीओ ट्रेफिक समेत कैंट बोर्ड के अफसर मौजूद रहे।

ये आए सुझाव --

डेयरियों से रोजाना 800 मीट्रिक टन गोबर निकलता है। यह गोबर पानी के साथ नालों में बहा दिया जाता है। ऐसे में डेयरियों को शहर से बाहर शिफ्ट किया जाए।

शहिद अब्बासी, पार्षद

डेयरियों को गोबर के लिए कंटेनर उपलब्ध कराए जाएं। इस गोबर को शहर से बाहर ले जाकर डाला जाए। ट्रांसर्पोटेशन के लिए डेयरियों पर टैक्स लगाया जाए।

विजय आनंद अग्रवाल, पार्षद

गोबर के लिए एक कंडे का प्लांट लगाया जाए। कंडो की मार्केट में डिमांड है। ऐसे में निगम के लिए आय का स्रोत भी बढ़ सकता है।

दीवान जी शरीफ पार्षद

नालों पर यदि व्यापारियों ने अतिक्रमण किया है। तो व्यापार संघ के लोगों को साथ लिया जाए। व्यापारी अतिक्रमण खुद-ब-खुद हटा लेंगे।

नवीन गुप्ता, अध्यक्ष संयुक्त व्यापार संघ

कमिश्नर के निर्देश में एक्शन प्लान बताया जाएगा। इसकी रिपोर्ट कमिश्नर कार्यालय को भेजी जाएगी। स्वीकृति के बाद निर्देशानुसार काम किया जाएगा।

उमेश प्रताप सिंह, नगरा आयुक्त

कमिश्नर के निर्देशन में जन सहयोग के साथ उतरा जाएगा। जनता की भागीदारी अनिवार्य है। पार्षदों को साथ लेकर चला जाएगा।

हरिकांत अहलूवालिया, मेयर

Posted By: Inextlive