स्टूडेंट्स को और ज्यादा हेल्दी डाइट देने की तैयारी

केंद्रीय किसान और कल्याण मंत्रालय ने घोषित किया मिलेट ईयर

ज्वार और बाजरा होंगे जैसे मिलेट्स होंगे शामिल

Meerut। नए सेशन से सरकारी स्कूलों के बच्चों को दिए जाने वाले मिड डे मील में नए बदलाव किए जाएंगे। इसके तहत मील में दाल, चावल, रोटी, सब्जी के अलावा मोटा अनाज भी परोसा जाएगा। शासन को उम्मीद है कि बच्चों को कंपलींट न्यूट्रिशियंस मिलेंगे, इसके साथ ही बच्चों की हेल्थ में भी इंम्प्रूवमेंट होगा।

दो मोटे अनाज शामिल

मिड-डे मील में मिलेट्स को शािमल करने को लेकर विभाग की प्रोग्राम अप्रूवल बोर्ड की बैठक की गई। इसके तहत फिलहाल मिड डे मील में दो मोटे अनाजों को शामिल की जाने की योजना है। इसमें ज्वार, बाजरा, रागी, कोदो व सांबा में से दो मिलेट्स को शामिल किया जाएगा।

कर्नाटक का असर

हालांकि शासन की ओर से यह योजना कर्नाटक समेत कई दूसरे स्टेट्स में मिलेट्स को एमडीएम योजना के तहत परोसे जाने व बच्चों में उनके बेहतर रिजल्ट्स को देखकर ही तैयार की जा रही है।

मिलेट ईयर हुआ घोषित

इस वर्ष को केंद्रीय किसान और कल्याण मंत्रालय ने मिलेट ईयर घोषित किया है। मिड डे मील के अधिकारियों के मुताबिक बच्चों को मोटे अनाजों का फायदा मिले और इसकी जागरूकता बढ़े, इसकी तैयारी चल रही है।

यह है मिलेट्स की खासियत

ज्वार में कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन और फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है।

बाजरे में चावल से आठ गुना आयरन, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम एवं मैग्नीशियम भी काफी होता है।

रागी में हड्डी मजबूत करने वाले खनिज पदार्थ, कैल्शियम एवं फास्फोरस समेत खनिज पदार्थ भरपूर होते हैं।

कोदो बीमारियों से बचाने वाले फाइटोकेमिकल एवं एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है।

सांबा से कई गज्ना ज्यादा फाइबर, कैल्शियम एवं फास्फोरस प्राप्त होता है।

मोटे अनाज को मिड डे मील में शामिल करने को लेकर विभाग की मीटिंग हो चुकी है।

वीरेंद्र कुमार, डिविजनल को-ऑर्डिनेटर- मिड डे मील

Posted By: Inextlive