मिग 21 ने 1971 की जंग में छुड़ाये थे दुश्मनों छक्के
- जनेश्वर मिश्र पार्क में दर्शकों के लिए रखा गया है मिग प्लेन
LUCKNOW: सीएम अखिलेश यादव व मध्य कमान के एयर मार्शल श्यामबिहारी प्रसाद सिन्हा ने संयुक्त रूप से गुरुवार को जनेश्वर मिश्र पार्क में दर्शकों के लिए रखे गये वायुसेना के लड़ाकू विमान मिग-21 का उद्धाटन किया। साथ ही उन्होंने एयरफोर्स के जवानों को सलामी भी दी। इस दौरान नगर विकास मंत्री मो। आजम खां, राजनैतिक पेंशन मंत्री राजेंद्र चौधरी, प्रमुख सचिव आवास सदाकांत, प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल, एलडीए वीसी सत्येंद्र सिंह सहित एलडीए के अधिकारी भी मौजूद रहे। युवा होंगे प्रेरितमध्य कमान के एयर मार्शल श्याम बिहारी प्रसाद ने बताया कि भारतीय वायुसेना के लिए यह गर्व की बात है कि जनेश्वर मिश्र पार्क में सुपर सोनिक विमान मिग-21 दर्शकों के लिए स्थापित किया गया है। यह दुनिया का सबसे अधिक बनाया जाने वाला विमान है और इसको देख कर युवा ही नहीं प्रदेश की युवतियां भी प्रेरित हो कर भारतीय वायु सेना की फाइटर पायलट बन सकती हैं। इससे पहले जनेश्वर मिश्र पार्क में दो विजयंत टैंक स्थापित किए गए हैं। साथ ही 207 फीट का राष्ट्रीय ध्वज पार्क की शोभा बढ़ा रहा है।
फाइटर प्लेन में बहुत हैं खूबियां1964 में मिग-21 को भारतीय वायु सेना में प्रथम सुपरसोनिक लड़ाकू जेट के रूप में शामिल किया गया और अब तक भारत ने वायु सेना में 1200 मिग 21 शािमल किए हैं। इसने 1971 में भारत-पाक युद्ध और कारगिल युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी। यह विमान तीसरे जनरेशन का जेट एयरवेज एयरक्राफ्ट है जिसने सुपरसोनिक जेट एवं कांबैट एयरक्राफ्ट उत्पादन में एविएशन के इतिहास में रिकॉर्ड दर्ज किया है। सिंगल सीटर यह फाइटर विमान अधिकतम 2175 किमी। प्रति घंटा की गति से उड़ान भरता है और 16.8 किमी की अधिकतम ऊंचाई हासिल कर सकता है। यह अधिकतम चार शक्तिशाली बम, रॉकेट और हवा में मार मरने वाली मिसाइल व गन ले जा सकता है।
जारी की हेल्पलाइन इस अवसर पर सीएम अलिखेश यादव ने डूडा के टोल फ्री नंबर 18001800155 का भी शुभारंभ किया। ई रिक्शा के प्रतिनिध द्वारा संतोषजनक समाधान न किए जाने और अन्य कोई कठिनाई होने पर इस नंबर पर संपर्क किया जा सकता है। रिक्शा के साथ बीमा भी करायाबैटरी चालित रिक्शा नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम विभाग के अधीन जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के द्वारा सभी जिलों में दिए जा रहे हैं। नि:शुल्क रिक्शे की कीमत 1,37,727 रुपए है। ई रिक्शा मुहैय्या कराए जाने से पहले इनका एक मुश्त रोड टैक्स /पंजीकरण शुल्क / परमिट/ ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन बीमा भी सरकार की ओर से किया गया है। जिसमें 31000 का खर्च आया है। सभी प्रकार का खर्च राज्य सरकार वहन कर रही है। ई रिक्शा आपूर्तिकर्ता कंपनी द्वारा आपूर्ति किए गए ई रिक्शे के साथ ही रिक्शे में प्रयोग की गई चार बैटरी की एक वर्ष की गारंटी भी दी जा रही है। साथ ही कंपनी चार्जिग सेंटर भी स्थापित कर रही है।
और छलक आए आंसू कार्यक्रम में 300 लोगों को रिक्शा वितरित किया गया जिसमें से 25 को सीएम अखिलेश यादव ने खुद ई रिक्शा दिया। जैसे लखनऊ के एक बुजुर्ग रिक्शा चालक को सीएम ने रिक्शा सौंपा तो खुशी के मारे उसकी आंखों से आंसू छलक आए। एक अन्य रिक्शा वाले से जब सीएम ने पूछा कि कब से रिक्शा चला रहे हो तो उसने कहा कि 40 साल हो गए रिक्शा खींचते हुए आज अब अपना रिक्शा मिला है। जिसे वह खुद चलाकर यहां पहुंचे थे।