डेयरीज से निकलने वाला गोबर सीवर लाइन व नालों में बहाने पर रोक नहीं

चोक हो रही सीवर लाइन, सिर्फ चालान करने तक सिमटा नगर निगम एक्शन

BAREILLY:

शहर में जगह-जगह फैली अवैध डेयरीज ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। सड़क पर गंदगी और एनक्रोचमेंट का बड़ा कारण बनी यह डेयरीज शहर की सीवर लाइन ध्वस्त करने की भी बड़ी वजह हैं। डेयरीज से निकलने वाला गोबर शहर की गलियों व सड़कों को खराब करने के अलावा सीवर लाइन को भी चोक कर रहा। शहर की ज्यादातर सीवर लाइन गोबर के चलते चोक की समस्या से जूझ रही। नगर निगम चोक और बार बार टूट रही तमाम सीवर लाइन को न तो दुरुस्त करा पा रहा है और न ही अवैध डेयरीज पर ही कंट्रोल कर पा रहा। जिसका खामियाजा शहर की जनता ही भुगत रही।

जलभराव की मुसीबत

शहर में करीब 300 से ज्यादा डेयरीज संचालित हो रही हैं। पुराना शहर के तमाम एरियाज समेत रामपुर गार्डेन, सिविल लाइंस और राजेन्द्र नगर में भी धड़ल्ले से डेयरीज चल रही हैं। डेयरीज से निकलने वाले गोबर को डिस्पोज करने की कोई व्यवस्था नहीं है। डेयरीज संचालक गोबर नाला व सीवर में ही बहा देते हैं। जिससे बारिश के दौरान नाला व सीवर व्यवस्था ठप पड़ जाती है। इससे होने वाले जलभराव के चलते गलियों व घरों के अंदर तक गंदा सीवर का पानी पहुंचता है। जो खासकर बच्चों के बीमार पड़ने की वजह बन रहा है।

चालान का डर नहीं

डेयरीज संचालकों के शहर में गंदगी फैलाने पर निगम की ओर से महज चालान की कार्रवाई की जाती है। लेकिन चालान की यह कार्रवाई भी कागजी दस्तूर से ज्यादा नहीं। ज्यादातर डेयरीज संचालक चालान की कार्रवाई से बचने के लिए एरिया के सफाई नायक व सफाई इंस्पेक्टर से सांठ-गांठ कर बेखौफ बने हुए हैं। वहंी निगम का स्वास्थ्य विभाग भी स्टाफ कम होने के चलते चालान की कार्रवाई नहीं कर रहा। सख्ती न होने से डेयरीज संचालकों के बेखौफ हो गए हैं।

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डेयरीज से निकलने वाला गोबर शहर के लिए बड़ी चुनौती है। खुले में गोबर बहाए जाने से नाला व सीवर चोक हो रहे। जिससे जलभराव की समस्या बढ़ती जा रही। - आलोक तायल, पार्षद

Posted By: Inextlive