-42 हजार किसानों के बकायादारों की गिरफ्तारी न होने से रोष

Mawana : बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलित किसान शनिवार को चीनी मिल मालिक व मैनेजमेंट के अधिकारियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर थाने पहुंचकर इंस्पेक्टर से मिले। किसानों ने इस बात पर रोष व्यक्त किया किया मिल मालिक व मैनेजमेंट के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज होने के बाद भी उन्हें गिरफ्तार कर जेल नही भेजा गया है। किसानों ने मांग की कि उपरोक्त को जेल भेजा जाए, जिससे बकाये के भुगतान का रास्ता साफ हो सके।

चल रहा है धरना

किसान मजदूर उत्थान मोर्चा के बैनर तले से गन्ना का ब्याज सहित एकमुश्त भुगतान की मांग को लेकर किसान करीब पौने दो वर्ष से तहसील में धरना दे रहे हैं, लेकिन अभी तक चीनी मिल अभी तक बकाया भुगतान चुकता नही हुआ है। जिससे किसानों में रोष है। शनिवार को भी तहसील में धरना जारी रहा। थाने में चीनी मिल मालिक व मैनेजमेंट के खिलाफ अनेक मुकदमे दर्ज हैं, लेकिन आज तक किसी भी मुकदमे में किसी की भी गिरफ्तारी नही हुई। इसको लेकर क्षेत्र के किसानों में रोष व्याप्त है।

किसानों पर कर्ज

गिरफ्तारी की मांग को लेकर पूर्व विधायक गोपाल काली के नेतृत्व में आंदोंलित किसान दोपहर में थाने पहुंचे और इंस्पेटक्र को बताया कि 42 हजार गन्ना किसानों का मिल मालिक पर किसानों का करोड़ो रूपया बकाया शेष है। भुगतान होने से पिछले तीन वर्षों में किसान कर्ज में डूबे होने के कारण अनेक किसान आत्महत्या कर चुके हैं। किसानों के सामने बहन-बेटियों की शादी, च्च्चों की पढ़ाई व बीमारी का इलाज पैसे के अभाव में नही करा पा रहे हैं। किसी व्यक्ति जब कोई मुकदमा दर्ज हो जाता है तो पुलिस पहले तो उसकी हिस्ट्रीशीट खोलती है, फिर उसे भगोड़ा घोषित कर ईनाम घोषित करती है, लेकिन 42 हजार किसानों बकायादार मिल मालिक व मैनेजमेंट के अधिकारी घुलेआम घूम रहे हैं।

पुलिस से गिरफ्तारी की मांग

अभी तक उनकी गिरफ्तारी नही हुई। भुगतान न होने से किसान भुखमरी के कगार पर है। अधिकारियों का एक सप्ताह में सौ रूपये करोड़ का वायदा भी धोखा साबित हुआ है। उपरोक्त की गिरफ्तारी की मांग की। मांग करने वाले किसानों में शौकीन गुर्जर, विनेश, जिले सिंह, राजवीर, विनोद, देव शर्मा, सचिन आदि थे। इंस्पेक्टर सुधीर कुमार ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है।

Posted By: Inextlive