सब स्टेशनों पर लगे करोड़ों के सोलर पैनल बने शोपीस

अधूरे काम का विद्युत विभाग ने किया भुगतान

Meerut। सूरज की रोशनी का उपयोग कर सब स्टेशनों को रोशन करने की पीवीवीएनएल की योजना सालभर बाद भी परवान नही चढ़ सकी। हालत यह है कि शहर के अधिकतर बिजलीघरों पर सोलर पैनल तो लग चुका है लेकिन पैनल को बैटरी और ग्रिड से अभी तक नही जोड़ा गया है जिस कारण से ये पैनल मात्र शोपीस बनकर सब स्टेशनों पर सजे हुए हैं। इससे अधिक रोचक बात यह है कि बिजली विभाग ने इन सोलर पैनल का करीब 40 करोड़ का भुगतान भी कंपनी के ठेकेदार को कर दिया है।

बिना बैटरी लगे पैनल

पीवीवीएनएल के बिजलीघरों में बिजली की बचत करने के लिए गत वर्ष फरवरी में सब स्टेशनों पर सोलर फोटो वोल्टिक प्लांट लगाने का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ था। इस प्रस्ताव के तहत गत वर्ष दिसंबर तक जनपद के 510 सब स्टेशन पर करीब 10 किलो वॉट क्षमता के सोलर पैनल लगा दिए गए। लेकिन करीब छह माह बीतने के बाद भी एक भी बिजलीघर सोलर की रोशनी से रोशन नही हो पा रहा है। कारण सोलर पैनल को स्टोरेज की बैटरी और ग्रिड से ही नही जोड़ा जा सका है। कंपनी ने केवल काम सोलर पैनल लगाने तक की सीमित किया हुआ है।

2.16 करोड़ का टारगेट

विभाग के मुताबिक इन सोलर पैनल से विभाग के सब स्टेशनों पर हर माह करीब 2.16 करोड़ रुपए की बिजली उत्पादित की जाएगी, जिसको न सिर्फ विभाग खुद उपयोग करेगा बल्कि शहर को भी बेचेगा। इसमें 3000 किलो वॉट यानि 3 मेगा वॉट बिजली का विभाग करेगा उपयोग बाकि 3 मेगा वॉट की बिक्री की योजना है। इस योजना के तहत विभाग ने शुरुआत में उर्जा कुछ सब स्टेशनों पर लगे सोलर प्लांट की मदद से 1100 किलो वॉट विद्युत उत्पादन शुरु भी कर दिया था जिससे विभाग हर माह करीब सवा लाख की बिजली बचा रहा है।

सोलर प्लांट योजना को अधिकतर सभी सब स्टेशन और कार्यालयों पर लगाया जा चुका है। केवल कुछ बिजलीघरों पर सोलर पैनल अभी कनेक्ट नही हो सका है। कुछ माह में सभी स्टेशन सोलर से चालू हो जाएंगे।

बीएस यादव, चीफ अभियंता

Posted By: Inextlive