छोटू 'बम' निकाल देगा दम

रोड किनारे चाट-पकौड़ी के ठेले, अंडे-मोमोज के स्टाल्स के पास रखे ये छोटे-छोटे सिलिंडर असल में चलते-फिरते बम है। ये कभी भी बड़े हादसे का सबब बन सकते हैं जो कइयों का दम निकाल सकते हैं। हमको-आपको, सबको ये दिखता है मगर प्रशासन रोड पर आंख मूंद कर चलता है या तो जानबूझकर आंख मूंदे पड़ा है। आइये देखते हैं किस तरह लोगों की जान से हो रहा है खिलवाड़? अंदर के पेज पर।

ये छोटा सा सिलिंडर, तबाही मचा सकता है भयंकर

- शहर में रोड किनारे बिक रहे मोमोज के स्टाल्स से लेकर खाने पीने के दूसरे ठेलों पर धड़ल्ले से यूज हो रहा है छोटा सिलिंडर

- पहले भी कई बार छोटे सिलिंडर बन चुके हैं खतरनाक, फिर भी प्रशासन का इस ओर नहीं है कोई ध्यान

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स्पॉट-1

रामकटोरा चौराहा

रामकटोरा चौराहे पर रोड किनारे मोमोज की एक स्टाल लगी थी। स्टाल पर मोमोज खाने वालों की भीड़ थी और मोमोज बेचने वाला गर्मागर्म मोमोज अपने छोटे से स्टाल पर लगे चूल्हे से उतारकर कस्टमर्स को दे रहा था। शॉकिंग ये था कि स्टाल पर लगे चूल्हे को जलाने के लिए जिस मिनी सिलिंडर का यूज हो रहा था वह काफी रिस्की है और शहर के कई इलाकों में हादसों का सबब बन चुका है।

स्पॉट-2

ज्ञानवापी छत्ताद्वार के पास

विश्वनाथ मंदिर के आस पास का इलाका अतिसंवेदनशील है। यहां परिंदा भी पर न मार सके ऐसी सुरक्षा व्यवस्था है लेकिन इस सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलने के लिए छत्ताद्वार ज्ञानवापी से कुछ दूर लगी एक मोमोज की स्टाल ही काफी है। इस स्टाल पर भी छोटे गैस सिलिंडर का यूज हो रहा है। ये सिलिंडर रिस्की है और कभी भी खतरे का सबब बन सकता है लेकिन इनको हटाने वाला कोई नहीं है।

स्पॉट-3

चेतगंज सेल्स टैक्स ऑफिस के बाहर

चेतगंज इलाका शहर के बिजी इलाकों में शामिल है। सेल्स टैक्स ऑफिस, हथुआ मार्केट और कई अन्य दुकानों और शोरूम्स होने के कारण यहां डेली भारी भीड़ होती है। इस भीड़ के बीच में इलाके में रोड किनारे लगे कई मोमोज के ठेलों और स्टाल की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता। खास तौर पर ऐसे स्टाल पर जहां मोमोज को बनाने के लिए चूल्हे को जलाने के लिए छोटे गैस सिलिंडर्स का यूज हो रहा है।

ऊपर दिए हुए तीन एग्जाम्पल तो आपको सिर्फ ये बताने लिए हैं कि अपने शहर में रोड किनारे बिक रहे मोमोज और अन्य खाद्य सामग्री के नाम पर किस तरह खतरनाक मिनी गैस सिलिंडर बम का यूज हो रहा है। बगैर आईएसआई मार्क के ये मिनी गैस सिलिंडर कितने खतरनाक हैं कि इसका अंदाजा आपको खुद होगा लेकिन इसके बाद भी इन छोटे सिलिंडर्स का यूज शहर के हर इलाके में रोड साइड मोमोज, अंडा और अन्य खाद्य सामग्री बेचने वाले कर रहे हैं और इनको रोकने वाला प्रशासन चुपचाप बैठा हुआ है।

बन चुका है खतरनाक

शहर की सड़कों के किनारे बिक रहे मोमोज और अन्य खाद्य सामग्री को गर्म करने और इनको तैयार करने के लिए यूज किए जाने वाले मिनी सिलिंडर को हम खतरनाक ऐसे ही नहीं कह रहे हैं। इनसे खतरा सच में है क्योंकि अभी अपने ही शहर के कई इलाकों में इस छोटे सिलिंडर ने बड़ी तबाही मचाई थी। कचहरी चौराहे के पास एक मकान में देर रात इसी छोटे सिलिंडर पर खाना पकाते वक्त इसमे जोरदार ब्लास्ट हुआ था। जिसमे एक मौत भी हुई थी। इसके अलावा पिछले साल रेवड़ी तालाब इलाके में एक साड़ी कारखाने में यूज हो रहा छोटा सिलिंडर तेज आवाज के साथ फटा और दो फ्लोर का मकान ही गिर पड़ा। जिसमे दबकर कई लोग घायल भी हुए। जिसके बाद छोटे सिलिंडर की ब्रिकी को रोकने के लिए प्रशासन सख्त हुआ लेकिन एक बार फिर से सब पहले जैसा हो गया।

धड़ल्ले से हो रहा हे यूज

- इललीगगल तरीके से यूज हो रहे मिनी सिलिंडर्स का इस्तेमाल गलत है

- इसे रोकने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन और जिला आपूर्ति विभाग की है

- लेकिन इनकी नजरअंदाजी के कारण मिनी सिलिंडर्स का इस्तेमाल धड़ल्ले से हो रहा है

- घरों से लेकर हॉस्पिटल के बाहर बैठे तीमारदार तक करते हैं इन सिलिंडर्स का यूज

- रेंट पर रहने वाले और हॉस्टलर्स भी करते हैं इन सिलिंडर्स का यूज

- सबसे ज्यादा इन मिनी सिलिंडर्स का इस्तेमाल कर रहे हैं रोड साइड ठेला और स्टाल लगाने वाले मोमोज सेलर्स

- खाने पीने का अन्य सामान सेल करने वाले भी कर रहे हैं मिनी सिलिंडर का यूज

नियम तो है लेकिन

- नियम के मुताबिक छोटे सिलिंडर का यूज नहीं होना चाहिए

- शहर की गैस चूल्हे की दुकानों पर बिकने वाले ये छोटे सिलिंडर मानक को ध्यान में रखकर नहीं बनाये जाते हैं

- जितनी गेज की लोहे की चादर का यूज सिलिंडर बनाने में होना चाहिए उससे काफी कम और पतली चादर का यूज इन सिलिंडर्स को बनाने में होता है

- मार्केट में दो तरह के छोटे सिलिंडर्स मौजूद हैं

- एक लीगल और दूसरे इललीगल

- लीगल गैस सिलिंडर गैस एजेंसियों से मिलते हैं

- जबकि इललीगल मिनी सिलिंडर किसी भी गैस चूल्हे की दुकान पर मिल जाते हैं

- गैस एजेंसी से इन छोटे सिलिंडर्स को लेने के लिए लंबा प्रॉसेस करना होता है

- जबकि दुकान से ये सिलिंडर आठ सौ से बारह सौ रुपये में आसानी से मिल जाते हैं

हमारी गैस को भी खा जाता है छोटू

- शहर में लगने वाले मोमोज स्टाल पर यूज होने वाला मिनी सिलिंडर हमारे घर में आने वाली एलपीजी से ही अपना पेट भरता है

- बड़े गैस सिलिंडर्स से ही इन छोटे सिलिंडर्स का रिफलिंग का काम बड़े पैमाने पर चल रहा है

- अवैध रूप से हो रही रिफलिंग को रोकने की जिम्मेदारी आपूर्ति विभाग की है लेकिन कभी-कभी ही टूटती है इस विभाग की नींद

- गैस सिलिंडर्स को घरों तक पहुंचाने वाले गैस एजेंसीज के ट्रॉलीमेन ही कराते हैं बड़े सिलिंडर्स से गैस की चोरी

- महज कुछ रुपयों की खातिर अवैध रिफलिंग के लिए ट्रॉलीमेन बड़े सिलिंडर्स को पहुंचाते हैं छोटे सिलिंडर्स रिफिल करने वालों तक

- इस वजह से अक्सर हमारे आपके घरों में भी पहुंचती है कम गैस

कई जगहों पर है इन छोटू को कब्जा

- मोमोज और अन्य खाद्य सामग्री के नाम पर शहर के कई इलाकों में हो रहा है इस मिनी सिलिंडर का यूज

- सबसे ज्यादा मोमोज काउंटर्स लगे हुए हैं कबीरनगर, सिद्धगिरी बाग, सोनिया, कबीरचौरा, मिंट हाउस और पाण्डेयपुर चौराहे पर

- कबीरनगर और सिद्धगिरी बाग में हॉस्टल्स ज्यादा होने के कारण मोमोज की है जबरदस्त खपत

- यही वजह है कि इन इलाकों में इन छोटे सिलिंडर्स का यूज हो रहा है सबसे ज्यादा

- मोमोज के अलावा अंडा, चाट बेचने वाले भी कर रहे हैं इस छोटे सिलिंडर का यूज

मोमोज वाले अगर छोटे सिलिंडर्स का यूज कर रहे हैं तो इनको तुरंत रोकना होगा क्योंकि छोटे सिलिंडर्स बहुत खतरनाक हैं और इनका यूज लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ है।

विशाल यादव, चेतगंज

मोमोज और दूसरी खाने-पीने की दुकानों और ठेलों पर छोटे सिलिंडर का यूज होते तो मैंने खुद देखा है लेकिन ये गलत है या सही ये मुझे नहीं पता लेकिन अगर ये खतरनाक है तो इसे रोकना होगा।

कुलदीप सिंह, कैंट

मोमोज की दुकानें पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी हैं। इनके रोड साइड होने से अतिक्रमण भी होता है और अगर ये छोटे गैस सिलिंडर्स का यूज कर रहे हैं तो ये बहुत ही गलत बात है। प्रशासन को इस पर एक्शन लेना चाहिए।

रोशन सिंह, सिगरा

Posted By: Inextlive