-मीटिंग के लिए पहुंचे पार्षद तो हुई मिटिंग कैंसिल कर दिए जाने की जानकारी

ALLAHABAD: पिछली बार पार्षदों की गैरमाजूदगी कारण थी और इस बाद मेयर की ओर से लगाई गई नोटिस। मिनी सदन की बैठक एक बार फिर कैंसिल कर दी गई। बजट, वाटर टैक्स के साथ तमाम डेवलपमेंट वर्क को एप्रूवल देने जैसे मुद्दे पर बुलाई गई मिटिंग का इस तरह से निरस्त किए जाने से मेयर के साथ पार्षद भी सवालों के घेरे में आ गए हैं।

बजट अब भी पास होना है बाकी

अभी तक फाइनेंशियल इयर ख्0क्ब्-क्भ् के लिए बजट ही पास नहीं हुआ है। बजट पास नहीं हुआ है तो फिर काम कहां से शुरू होगा। मंडे को नगर निगम के सदन की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें बजट पर चर्चा होनी थी। लेकिन एक बार फिर सदन नहीं चल सका। इसे ख्7 जून तक के लिए टाल दिया गया। नगर निगम के आम बजट पर चर्चा और बहस के लिए तीन जून को सदन की बैठक बुलाई गई थी। इस दिन इतने कम पार्षद पहुंचे कि मिटिंग के लिए जरूरी कोरम ही पूरा नहीं हो पाया। इस पर मिटिंग कैंसिल करके क्म् जून डेट तय की गई थी। इसे इस बार मेयर की ओर से कैंसिल कर दिया गया।

अचानक कैंसिल की गई मीटिंग

मंडे को सदन की बैठक के लिए सुबह क्क् बजे पार्षद नगर निगम पहुंचे तो उन्हें एक नोटिस चस्पा मिला। इस पर मेंशन था कि अपरिहार्य कारणों से मीटिंग कैंसिल कर दी गई है। पार्षदों ने जब कारण जानना चाहा तो पता चला कि नगर निगम के विधि सलाहकार के साथ ही कई अन्य विभागों के प्रभारी की जिम्मेदारी संभाल रहे एसएल यादव के भाई के निधन के कारण यह फैसला हुआ है।

सूचना न मिलने से हुए नाराज

मीटिंग के लिए पहुंचे पार्षद कैंसिलेशन की जानकारी न दिए जाने से नाराज थे। पार्षद राजू निषाद, आनंद सिंह, विजय तुलस्यानी, अशोक सिंह ने कहा कि नगर निगम के इसी रवैये के कारण पार्षद सदन की मीटिंग में नहीं आना चाहते। क्योंकि, नगर निगम में मनमानी चल रही है। मिटिंग कैंसिल करना था तो मोबाइल पर मैसेज भी किया जा सकता था। लेकिन, कोई सूचना नहीं दी गई।

Posted By: Inextlive