RANCHI : मुख्यमंत्री रघुवर दास एक तरफ रांची पुलिस के ट्रैफिक अभियान की तारीफ करते हुए कहते हैं कि पुलिस किसी भी पैरवी को नहीं सुनें और निष्पक्ष होकर काम करे, तो दूसरी तरफ उन्हीं की सरकार के परिवहन व नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ट्रैफिक को स्मूथ बनाने में जुटे पुलिस पदाधिकारियों के काम में बाधा पैदा कर रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने ट्रैफिक डीएसपी दिलीप खलखो को सिर्फ इसलिए डांट पिलाई कि उनके कार्यकर्ता को ट्रैफिक रूल्स तोड़ने के आरोप में पकड़ा गया था। मंत्री जहां कार्यकर्ता को छोड़ने पर अड़े हुए थे, वहीं ट्रैफिक पुलिस बिना चालान काटे उसे छोड़ने को राजी नहीं थी।

क्या था मामला

शुक्रवार को लाइन टैंक रोड में ट्रैफिक पुलिस की ओर से वाहनों की जांच की जा रही थी। इस दौरान बिना हेलमेट के बाइक चला रहे भाजपा नेता रौशन कुमार को पुलिस ने पकड़ लिया। इसे लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। रौशन ने ट्रैफिक डीएसपी को मंत्री सीपी सिंह का नाम लेकर धमकी दी। जब पुलिस ने उसकी बातों को मानने से इंकार कर दिया तो उसने फोन से मंत्री सीपी सिंह को इसकी जानकारी दी।

पुलिस कर्मियों के साथ बदसलूकी

इस दौरान रौशन इतने रौब में था कि ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के साथ बदसलूकी के साथ ट्रैफिक डीएसपी से भी उलझ गया। उसने मंत्री सीपी सिंह को फोन लगाकर कहा कि ट्रैफिक पुलिस वाले उसके साथ बदसलूकी कर रहे हैं और फिर मोबाइल ट्रैफिक डीएसपी को थमा दिया। डीएसपी ने मंत्री को पूरे मामले की जानकारी फोन पर दी। डीएसपी ने मंत्री से फोन में कहा कि पुलिस को वह बेवजह बदनाम कर रहा है। बिना हेलमेट के पुलिस ने उसे पकड़ा है और फाइन नहीं देना चाह रहा है।

क्यों पकडे़ हो इसको?

नगर विकास मंत्री के मौके पर पहुंचने के बाद भाजपा कार्यकर्ता तैश में आ गए। वे ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के साथ बदसलूकी करने पर उतारु हो गए। मामले को तूल पकड़ता देख उन्होंने ट्रैफिक थानेदार व डीएसपी को इसकी जानकारी दी। जब ट्रैफिक डीएसपी पहुंचें तो मंत्री जी ने उनके साथ बहस शुरू कर दी। डीएसपी ने कहा कि सीएम के आदेश पर ही वाहनों की चेकिंग हो रही है। ऐसे में इन्हें फाइन देना होगा?

पहुंचें मंत्री, लगाई फटकार

डीएसपी से फोन पर हुई बातचीत के आधे घंटे बाद मंत्री सीपी सिंह लालपुर ट्रैफिक चौक लाइन टैंक रोड आ धमके। उनके आने के पहले ही महानगर भाजपा के मनोज मिश्रा पहुंच चुके थे। इसके बाद दोनों ही ट्रैफिक डीएसपी व अन्य पुलिस कर्मियों के साथ उलझ गए। उनका कहना था कि पुलिस आम जनता को परेशान करती है। पुलिस के जवान बिना हेलमेट के होते हैं तो उन्हें छोड़ देती है। मंत्री ने डीएसपी से कहा कि पुलिस पैसे की अवैध वसूली करती है, लेकिन उसे रोका नहीं जाता है। इसपर डीएसपी ने कहा कि वे ट्रैफिक सिस्टम देखते हैं। यहां अगर किसी तरह की गड़बड़ी हो तो वे बताएं। बस स्टैंड से कौन पैसा लेता है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।

थानेदार को मंत्री का धौंस दिखाकर दी थी धमकी

चुटिया निवासी रौशन कुमार बिना हेलमेट जा रहा था। ट्रैफिक के एक जवान ने उसे पकड़ा और रौशन को थानेदार के पास ले गया। थानेदार ने उसे फाइन देने को कहा। इसपर रौशन ने बहस करनी शुरु कर दी। उसने अपने को मंत्री सीपी सिंह का आदमी बताकर पुलिस कर्मियों को धमकाना शुरु कर दिया। इतना ही नहीं, फाइन देने से भी उसने इनकार कर दिया।

आखिरकार देना पड़ा जुर्माना

मंत्री सीपी सिंह और महानगर भाजपा के मनोज मिश्र की मौजूदगी के बाद भी भी ट्रैफिक पुलिस अपनी बात पर अड़ी हुई थी। वह रौशन को बिना चालान जमा किए जाने देने को राजी नहीं थी। इसे लेकर मंत्री व उनके समर्थकों की पुलिस के साथ बहस भी हुई। लेकिन जब सौ रुपए जुर्माना देने के बाद ही रौशन को छोड़ा गया।

Posted By: Inextlive