केंद्रीय केमिकल एवं फर्टीलाइजर मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने दी जानकारी।

VARANASI

भारत की फर्मा कंपनियां दवाओं में प्रयोग होने वाले एक्टिव फार्मा इंग्रेडिएंट्स (एपीआई) का 90 फीसद चीन से आयात करती हैं। कोरोना को लेकर उत्पन्न हुई परिस्थितियों में इसमें कुछ व्यवधान आया है। फिर भी हमें घबड़ाने की जरूरत नहीं है क्योंकि हमारे पास तीन महीने का एपीआई स्टाक मौजूद है। इस कारण दवाओं के निर्माण आदि पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। केंद्रीय केमिकल एवं फर्टीलाइजर मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने शनिवार मीडिया से बातचीत में कही। वह जन औषधि दिवस पर पिपलानी स्थित एक केंद्र का उद्घाटन करने के लिए यहां मौजूद थे।

उपलब्ध कराएंगे जेनरिक दवाएं

केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि दवा कंपनियों की जरूरत को देखते हुए सरकार मेडिकल पार्क और फार्मा पार्क की स्थापना करने जा रही है। इससे आने वाले दिनों में फार्मा के क्षेत्र में भारत बड़े हब के रूप में विकसित होगा। जेनरिक दवाओं के विषय में कहा कि 2014 में जहां पूरे देश में मात्र 86 दुकानें थीं वहीं इनकी संख्या करीब सात हजार तक पहुंच गई हैं। जल्दी ही शत-प्रतिशत दवाओं को जेनरिक में उपलब्ध कराया जाएगा। दवाओं की अनुपलब्धता आदि के संबंध में बताया कि एक एप डेवलप किया गया है जिसमें दवा, उसकी कीमत आदि के विषय में जानकारी हासिल की जा सकती है। सभी इन दवाओं का उपयोग करें। इसके फायदे में कोई अंतर नहीं है। अधिक से अधिक लोगों तक इसका प्रयोग किया जाए।

Posted By: Inextlive