न्‍यूयार्क में अलब्राइट-नॉक्स आर्ट गैलरी आज मार्डन इरा में भी दुनिया भर में ख्याति प्राप्त है। लगभग 50 साल पार हो जाने के बाद भी लोगों प्‍यार इसके प्रति कम नही हुआ। दुनिया के लाखों दर्शक आज भी इसकी आधुनिकता के साथ इसकी अंदर की कालाकारी को देखकर शॉक्‍ड हैं। यहां पर 1966 में बनी मिररर्ड आर्ट को देखकर लोगों का एक ही सवाल होता है कि यह कैसे बनाया गया है। उसमें फोटोग्राफर होते हुए भी उसे ढूंढना काफी मुश्‍िकल लगता है।

कलात्मक चीजों का सग्रह:
अमेरिका के न्यूयार्क में अलब्राइट-नॉक्स आर्ट गैलरी आज पूरी दुनिया में चर्चित है। यहां पर अलब्राइट-नॉक्स आर्ट गैलरी कलात्मक चीजों का एक बड़ा सग्रह हैं। जिन्हें देखने के लिए यहां पर पूरी दुनिया से लोग आते हैं। यहां थॉमस Hoving, कला इतिहासकार और कला, न्यूयॉर्क के मेट्रोपोलिटन म्यूजियम से जुड़ी तमाम प्राचीन काल की चीजें दिखाई देती हैं।


एक नई तरीके की मूर्तिकला:
लुकास सामारस के हाथों बनाई गई यह आर्ट एक अद्भुत आर्ट हैं। इसे एक नई तरीके की मूर्तिकला का नाम दिया जा सकता हैं। यह कलाकृति आतंरिक कक्ष में रखी गई है। आंतरिक कक्ष संख्या 2 में एक सीमित स्थान बना है। इसकी छत दीवारें फर्श और फर्नीचर सभी मिरर लैस है। इस आकर्षक पहेली वाली संरचना से ऐसा प्रतीत होता है कि फोटोग्राफर खुद को छुपाने की कोशिश कर रहा है।

रहस्य को रेडिएटर सुलझा सकता:
हालांकि इस उलझी हुई आकर्षक कलाकृति के रहस्य को रेडिएटर सुलझा सकता है। रेडिएटर के माध्यम से देखने पर इसमें फोटोग्राफर साफ दिखाई देता है। वह इस कलाकृति में बीचोंबीच में दिखाई देता है। लुकास कमरे से निकलने वाले रास्ते के पास काफी डार्क शेड में खड़ा है। ऐसे में साफ है कि इस बड़ी पहेली को सुलझाने के लिए यहां पर रेडिएट का इस्तेमाल किया जाता है।

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Posted By: Shweta Mishra