35 दिन की मुस्कान ने जबसे आंख खोली मां का आंचल नसीब नहीं हुआ. अस्पताल में भर्ती है गंभीर बीमारी से जूझ रही है. अब आस बंधी है कि जल्द ही उसे मां की गोद मिल जाएगी.

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BAREILLY :
35 दिन की मुस्कान ने जबसे आंख खोली मां का आंचल नसीब नहीं हुआ. अस्पताल में भर्ती है, गंभीर बीमारी से जूझ रही है. अब आस बंधी है कि जल्द ही उसे मां की गोद मिल जाएगी. बाल कल्याण समिति के मजिस्ट्रेट खुद इस मामले को सुलझाने में लगे हैं. इसके लिए बच्ची के परिजनों को बुलाया गया है, उनकी काउंसलिंग की जाएगी, ताकि वे उसे घर ले जाने के लिए तैयार हो जाएं. इसके बावजूद यदि बात नहीं बनती है तो डीएनए टेस्ट कराया जाएगा, उसकी रिपोर्ट के आधार पर कानूनी तौर से बच्ची परिवार वालों के सुपुर्द की जाएगी.

एसपी सिटी से मिले डॉक्टर
गुरुनानक अस्पताल के डॉ. मनित सलूजा सोमवार को एसपी सिटी अभिनंदन सिंह से मिले. कहा कि रामपुर के थाना कैमरी में गांव डंडिया निवासी ममता गंगवार और होरी लाल ने बेटी मुस्कान को इलाज के लिए छह मई को भर्ती कराया था. जिसके बाद उसका इलाज एनआइसीयू में चल रहा हैं. 28 मई को परिजनों ने कह दिया कि उन्होंने बेटा भर्ती किया, मगर बाद में बेटी दिखा दी. जिसके बाद वे बच्ची को छोड़कर चले गए. मांग की कि बच्ची के परिजनों को बुलाकर उसे उनके सुपुर्द कर दिया जाए.

आज समिति के सामने पेश हो सकते हैं परिजन
बाल कल्याण समिति के सक्रिय होने पर अस्पताल जाकर बच्ची के हालचाल लिए और इलाज जारी रखने को कहा. बाल कल्याण समिति के सदस्य मंगलवार को बच्ची के परिजनों को बुलाकर उनकी काउंसिलिंग करेंगे. इसके बावजूद वे नहीं माने तो डीएनए टेस्ट कराया जाएगा.

हालत स्थिर, आज होंगे टेस्ट
डॉ. मनित ने बताया कि बच्ची की हालत अभी स्थिर हैं. उसका मंगलवार को पुन: टेस्ट कराया जाएगा. जिसकी रिपोर्ट आने के बाद उसके संक्रमण की स्थिति भी तय हो सकेगी.

यह है बीमारी
प्री मैच्योर पैदा हुई बच्ची के ब्लड में संक्रमण है. उसे हाइपरट्रोफाइड क्लाइटोरिस बीमारी है.

यह है विवाद
परिजनों का कहना था कि नवजात के पैदा होने के बाद बताया गया कि बेटा पैदा हुआ है. बीमार होने के कारण उसे भर्ती कराया, जिसके बाद कह दिया कि बेटा नहीं, बेटी पैदा हुई. जबकि चिकित्सकों का कहना है कि बेटी ही पैदा हुई थी.

Posted By: Radhika Lala