-जन्म से पांच साल तक के बच्चों को घातक बीमारियों से बचाने के लिए चलेगा मिशन इंद्रधनुष अभियान

-सात अप्रैल से डॉक्टर्स की टीम उन एरिया में जाएगी, जहां टीकाकरण से वंचित हैं बच्चे

VARANASI

जन्म से लेकर पांच साल तक के बच्चों को घातक बीमारियों से बचाने के लिए इंद्रधनुष घर-घर जाएगा। सात से क्फ् अप्रैल तक डिस्ट्रिक्ट में डॉक्टर्स की टीम 'मिशन इंद्रधनुष' के अंतर्गत उन एरिया में जाएगी, जहां टीकाकरण से बच्चे वंचित हैं।

सीएमओ डॉ। बीबी सिंह ने गुरुवार को ऑफिस में आयोजित 'मिशन इंद्रधनुष' वर्कशॉप में ये बातें कहीं। उन्होंने बताया कि आदिवासी मुहल्लों, निर्माणाधीन बिल्िडग सहित मलिन बस्तियों में विशेष तौर पर यह अभियान चलाया जाएगा, जहां प्रिवेंटेबुल बीमारियां अधिक फैलती हैं। मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत यह मिशन ख्0क्ब् से देश के विभिन्न स्टेट्स के ख्8क् डिस्ट्रिक्ट्स में संचालित है। लेकिन अभी तक बनारस इसमें शामिल नहीं था। जिसे अब शामिल कर लिया गया है।

ताकि एक भी बच्चा न छूटे

मिशन इंद्रधनुष के जरिए अभियान चलाकर छूटे हुए बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जाएगा। सीएमओ ने सीएमएस सहित संबंधित डॉक्टर्स को निर्देशित किया कि वह अपने एरिया में इस तरह की कार्ययोजना बनाएं कि एक भी बच्चा टीकाकरण से वंचित रह सके। इसके लिए जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों से भी सहयोग लिया जाएगा।

तीन बीमारी का अब एक इंजेक्शन

अब पोलियो की ट्राइवालेंट वैक्सीन के स्थान पर बाइवैलेंट वैक्सीन का यूज किया जाएगा। जबकि जन्म होने पर बच्चे को ओरल पोलिया ड्रॉप और बाद में पोलियो का इंजेक्टेबुल वैक्सीन दिया जाएगा। यहीं नहीं, पहले जहां काली खांसी, गलाघोंटू व टिटनेस के बचाव के लिए डीपीटी का इंजेक्शन दिया जाता था। अब उसके स्थान पर पेंटावैलेंट वैक्सीन का यूज किया जाएगा। जिसमें इन तीनों बीमारियों के अलावा हेपेटाइटिस-बी व हीमो फिलस इंफलूऐंजी से भी बच्चों का बचाव होगा। वर्कशॉप में डब्ल्यूएचओ के डॉ। जीजे बेहरा, डॉ। श्रीलाल, डॉ। बीएन सिंह, डॉ। आरपी तिवारी, डॉ। उमाशरण पांडेय आदि प्रेजेंट रहे।

Posted By: Inextlive