- डीआईओएस ने बनाया मिशन टॉपर का प्लान, पांच मेधावियों को चुनकर दिए जाएंगे टिप्स

GORAKHPUR: गोरखपुर का नाम रोशन हो सके इसके लिए डीआईओएस ने 'मिशन टॉपर' का प्लान बनाया है। जिसमें बोर्ड एग्जाम के तनाव से बाहर निकलने और मेरिट में अपना स्थान बनाने के लिए स्टूडेंट्स को टिप्स दिए जाएंगे। जिले के सभी स्कूलों को डीआईओएस की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए हैं। फरवरी माह से यूपी बोर्ड एग्जाम होना है। इसके बाद ही सीबीएसई और सीआईएससीई बोर्ड के एग्जाम शुरू होने हैं। इसीलिए डीआईओएस ने यूपी बोर्ड, सीबीएसई बोर्ड एवं सीआईएससीई बोर्ड स्कूलों को मिशन टॉपर प्लान के अंतर्गत निर्देश जारी कर दिए हैं।

हर स्कूल से चुनेंगे पांच-पांच स्टूडेंट्स

मिशन टॉपर के अंतर्गत सभी स्कूलों से हाईस्कूल एवं इंटर के पांच-पांच मेधावियों को चुना जाएगा। ये वो स्टूडेंट होंगे जो प्री-बोर्ड एग्जाम में टॉपर रहे हों। इसके साथ ही जो स्टूडेंट कुछ नंबरों से चूके हों उन्हें भी चुना जा सकता है। इसके साथ ही प्री-बोर्ड एग्जाम में सर्वोच्च अंक पाने वाले स्टूडेंट्स की आंसर शीट को वेबसाइट पर अपलोड किए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं।

मिशन टॉपर के लिए डीआईओएस के निर्देश

- प्री-बोर्ड में सर्वोच्च अंक पाने वाले स्टूडेंट्स के माता-पिता, प्रिंसिपल एवं टीचर्स को आपस में जोड़ा जाएगा।

- सभी लोग मिलकर स्टूडेंट्स का मनोबल बढ़ाएं और उनसे बात करते रहें। जिससे वो परीक्षा को लेकर तनाव में न रहें।

- प्री-बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट के आधार पर विषयवार समस्याओं को चिन्हित करें।

- हर स्कूल से हाईस्कूल के पांच एवं इंटर के पांच स्टूडेंट्स का चयन किया जाए।

- प्री-बोर्ड में सर्वोच्च अंक पाने वाले स्टूडेंट की आंसर सीट स्कूल अपनी वेबसाइट पर अपलोड करे।

- स्टूडेंट्स को टीवी और मोबाइल से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जाए।

- कम से कम छह घंटे तक स्टूडेंट्स को सेल्फ स्टडी के लिए प्रेरित करें।

- कमजोर स्टूडेंट्स के लिए एक्स्ट्रा क्लास का प्रबंध किया जाए।

- बोर्ड एग्जाम के बचे हुए दिनों की गणना कर विषयवार अध्ययन कराएं।

- स्टूडेंट्स को स्वस्थ रखने के लिए हरी सब्जी, दूध और फल खिलाएं।

- माता-पिता ध्यान दें कि स्टूडेंट्स को छह घंटे की नींद अवश्य मिले।

वर्जन

मिशन टॉपर इसलिए बनाया गया है कि बच्चों के बीच स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा हो। साथ ही बच्चे खुद का मूल्यांकन कर सकेंगे और उन्हें पता चलेगा कि अभी उन्हें बोर्ड परीक्षा की मेरिट में आने के लिए कितनी और मेहनत करनी है। साथ ही बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट प्रतिशत भी बढ़ सकेगा।

ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआईओएस

Posted By: Inextlive