AGRA: स्कूल में बच्चों को पीटे जाने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अभी ख्फ् अगस्त को कलवारी में एक अध्यापिका ने तीन बच्चों को मामूली बात पर डंडे से पीट दिया था। अब एक पिता ने थाना हरीपर्वत में फादर द्वारा बच्चों को पीटे जाने की तहरीर दी है, लेकिन परिजनों ने बच्चों का मेडिकल नहीं कराया है। अभी मामले में मुकदमा पंजीकृत नहीं हुआ है।

खेलते हुए पहुंचे परिसर में

वजीरपुरा के 8-9 वर्ष के दो बच्चे शनिवार की सुबह नौ बजे खेलते-खेलते हरीपर्वत क्षेत्र स्थित एक मिशनरी स्कूल में पहुंच गए। परिसर के पास जब फादर ने उन बच्चों को देखा तो वह गुस्से में आ गए। आरोप है कि फादर ने बच्चों को बुरी तरह से मारापीटा। साथ ही उनके साथ गाली-गलौज की।

दहशत में हैं बच्चे

बच्चों ने जब यह बात घर बताई तो परिजनों में गुस्सा फूट पड़ा। परिजनों ने थाना हरीपर्वत में बच्चों के पिता बादशाह ने फादर के खिलाफ तहरीर दी है। परिजनों ने पुलिस से इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। परिजनों के मुताबिक इस घटना के बाद से बच्चे काफी डरे हुए हैं। पुलिस ने बच्चों के मेडिकल की बात कही लेकिन परिजनों ने मेडिकल नहीं कराया है।

ऐसा क्या किया था बच्चों ने

इस मामले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पहला सवाल ये उठता है कि आखिर बच्चों ने ऐसा क्या किया था, जिस पर फादर को

गुस्सा आ गया?

उन्हें बच्चों की पिटाई करने के लिए क्यों मजबूर होना पड़ा? क्या स्कूल परिसर में खेलना जुर्म है? यदि बच्चों ने खेल-खेल में कोई नुकसान देने वाली शरारत की तो उसे पहले अभिभावकों को क्यों नहीं बताया गया? बच्चों को डांट फटकार कर क्यों नहीं समझाया गया?

Posted By: Inextlive