कन्नड़ लेखक प्रो.कलबुर्गी का आज होगा अंतिम संस्कार, हत्या का कोई सुराग नहीं
बेबाकी से रखते थे अपनी राय
कन्नड़ विद्वान और शोधकर्ता कुलबर्गी अपने बेबाक बयानों के कारण काफी चर्चा में रहते थे। इसीलिए अपने लेखों की वजह से वह हमेशा चरमपंथी हिंदू संगठनों के निशाने पर रहे हैं। मूर्ति पूजा सहित विभिन्न मुद्दों पर बेधड़क अपनी राय देने के कारण अक्सर विवाद पैदा कर देते थे। हालांकि मौत से पहले भी उन्हें कई बार जान से मारने की धमकी दी जा चुकी थी। कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया ने कहा कि पूरे मामले में गंभीरता के साथ जांच चल रही है। वहीं असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस की अगुवाई में जांच के लिए एक स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम का गठन किया गया है।
सोमवार को रहेगा अवकाश
मुख्यमंत्री ने कलबुर्गी के निधन पर हुबली-धारवाड़ में अवकाश की घोषणा की है। वहीं सिटी के पुलिस कमिश्नर रविंद्र प्रसाद ने बताया कि इस हत्या में दो लोग शामिल हैं। यह दोनों बाइक से कुलबर्गी के घर पहुंचे थे और उनके घर का दरवाजा खटखटाया। जैसे ही दरवाजा खुला, उन लोगों ने कुलबर्गी के सिर और छाती में दो गोली मोरी और इसके बाद फरार हो गए। इसके बाद आनन-फानन में 77 वर्षीय कलबुर्गी को सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने तुरंत दम तोड़ दिया।