GORAKHPUR : प्राइवेट इंडस्ट्रीज में रहकर सभी को न सिर्फ पैसे की बल्कि नेम और फेम की भी चाह होती है. इसके लिए शायद जर्नलिज्म फील्ड से बेहतर प्रोफेशन या ऑप्शन मौजूद नहीं है. तभी तो यूथ न सिर्फ इसकी ओर मोटीवेट हो रहे हैं बल्कि अच्छे इंस्टीट्यूशन की तालाश में इधर-उधर भटक रहे हैं. मगर यूथ की यह तलाश जल्द ही खत्म हो जाएगी. एमएमएम यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के वीजन डॉक्युमेंट में मासकॉम कॅम्युनिकेशन का कोर्स भी शामिल किया गया है जिससे जर्नलिज्म की फील्ड में किस्मत आजमाने वाले यूथ को काफी राहत मिलेगी.


नहीं जाना पड़ेगा बाहरजर्नलिज्म की बात करें तो सिटी में जर्नलिज्म के नाम पर सिर्फ गोरखपुर यूनिवर्सिटी में ही रेग्युलर कोर्स चलता है। वहीं इग्नू और राजर्षी टंडन ओपन यूनिवर्सिटी डिस्टेंस लर्निंग के थ्रू मासकॉम की डिग्री प्रोवाइड करती हैं। इसलिए सिटी के यूथ को मासकॉम की डिग्री हासिल करने के लिए दूसरे शहर जाना पड़ता है। इसकी दूसरी वजह यह भी है कि सिटी में रेग्युलर कोर्स न होने की वजह से उन्हें मासकॉम की प्रॉपर वे में इंफॉर्मेशन भी नहीं मिल पाती है, जिससे उन्हें फील्ड में दिक्कत फेस करनी पड़ती है।एमएससी की मिलेगी डिग्री


मासकम्युनिकेशन करने वाले स्टूडेंट्स को सिटी में मिलने वाली मासकॉम की डिग्री से काफी फायदा मिलेगा। इसकी अहम वजह यह है कि मासकॉम की अभी तक जो डिग्री प्रोवाइड की जाती हैं, वह बीए या एमए की होती हैं, लेकिन एमएमएमयूटी से मिलने वाली डिग्री एमएससी की होगी। यह पहला मौका होगा जब सिटी में ही नहीं बल्कि पूरे पूर्वांचल में मासकॉम के लिए कोई इंस्टीट्यूशन एमएससी की डिग्री प्रोवाइड कर रहा हो। 2018 से होगी शुरुआत

एमएमएम यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में अगले पांच साल का वीजन डॉक्युमेंट तैयार कर शासन को भेजा जा चुका है। यूनिवर्सिटी के वीसी ओंकार सिंह ने बताया कि इसके लिए वीजन डॉक्युमेंट भेजा जा चुका है। इसका एप्रूवल मिलने के बाद सेशन 2018 से एमएमएमयूटी में एमएससी इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन के कोर्स की शुरुआत की जाएगी। इसके साथ कई अदर नए कोर्सेज स्टार्ट किए जाने हैं, जो वीजन डॉक्युमेंट में इनक्लूड हैं।

Posted By: Inextlive