प्रति मंजिल के हिसाब से निगम वसूलेगा टैक्स, ऐप से होगी टैक्स की गणना

प्राइवेट कंपनी द्वारा आज से शुरु किया जाएगा शहर में जीआईएस सर्वे

Meerut। अपने टैक्स कलेक्शन में लगातार पिछड़ रहे नगर निगम ने अब हाउस टैक्स को शत प्रतिशत वसूलने का जिम्मा निजी कंपनी को दिया है। कंपनी द्वारा शहर के सभी आवासीय एवं व्यवसायिक भवनों का जीआईएस यानि जियोग्राफिकल इंर्फोमेशन सिस्टम के तहत सर्वे कर एक सॉफ्टवेयर तैयार किया जाएगा। सॉफ्टवेयर द्वारा ही नगर निगम के दायरे में आने वाले भवनों की वास्तविक स्थित के अनुसार टैक्स का निर्धारण और टैक्स की वसूली से लेकर भवन स्वामी को टैक्स भुगतान की सुविधा दी जाएगी। मंगलवार से कंपनी द्वारा यह सर्वे शुरु कर दिया जाएगा।

प्रति मंजिल का हिसाब

इस संबंध में गत सप्ताह कंपनी द्वारा निगम में सर्वे का पूरा प्रजेंटेशन दिया गया था। कंपनी के अनुसार 1 अक्टूबर से सर्वे शुरु कर प्रति भवन का प्रति मंजिला टैक्स निर्धारित कर निगम के टैक्स विभाग को सर्वे रिपोर्ट दी जाएगी। उस सर्वे रिपोर्ट के आधार पर भवन स्वामी को नोटिस भेजा जाएगा। यदि किसी भवन स्वामी को टैक्स में कोई आपत्ति होगी तो टैक्स अधिकारियों की स्तर पर उसका समाधान किया जाएगा। इसके बाद कंपनी द्वारा जारी मोबाइल एप के माध्यम से उपभोक्तो अपने टैक्स की गणना कर भुगतान की सुविधा भी दी जाएगी।

आय में होगा इजाफा

इस सर्वे के बाद निगम का टारगेट शत प्रतिशत टैक्स वसूली का रहेगा। जो वसूली अभी तक हर साल 30 से 40 करोड़ तक सीमित रहती थी उसको 80 से 100 करोड़ के करीब लाने का निगम का प्रयास है। वहीं गत वर्ष के कलेक्शन पर नजर डालें तो निगम का टैक्स कलेक्शन करीब 40 करोड़ तक ही सीमित रहा था। इससे पहले 2018 में यह 27 करोड़ तक ही सीमित था।

एक नजर में

45 करोड़ करीब नगर निगम की टैक्स वसूली

45 लाख रुपए करीब अतिरिक्त आय निर्धारित टैक्स टारगेट से

27 करोड़ करीब की आय नगर निगम को हुई थी गत वर्ष

1.75 करोड़ की आय नगर निगम को विज्ञापन से

1.27 करोड़ तक सीमित रहा था गत वर्ष विज्ञापन कर

कंपनी अपना काम पूरा कर तीन माह के अंदर सर्वे रिपोर्ट निगम को देगी। उस सर्वे के आधार पर नए स्तर से टैक्स वसूली का काम शुरु किया जाएगा।

अरविंद चौरसिया, नगरायुक्त

Posted By: Inextlive