- रैगिंग रोकने के लिए यूजीसी तैयार कर रहा एप्लिकेशन

- एंड्रॉयड मोबाइल यूजर छात्र एप से सीधे कर सकेंगे शिकायत

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DEHRADUN: कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में अब रैगिंग करना भारी पड़ सकता है। एक ओर जहां संस्थानों में विशेष कमेटियां गठित की गई हैं। वहीं, सुनवाई न होने की दशा में स्टूडेंट्स अब सीधे मोबाइल से रैगिंग जैसे मामलों की शिकायत कर सकेंगे। यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन (यूजीसी) स्टूडेंट्स की सहूलियत के लिए खास मोबाइल एप्लीकेशन तैयार कर रहा है। आयोग की यह ऐप एंड्रॉयड मोबाइल पर काम करेगी।

यूजीसी ने दिए निर्देश

बीते कुछ समय में संस्थानों में लगातार रैगिंग जैसे मामले सामने आए हैं। इन मामलों को न सिर्फ यूजीसी बल्कि मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए कड़े कदम उठाए जाने की जरूरत बताई है। एमएचआरडी ने इसे लेकर यूजीसी को भी खास व्यवस्थाएं किए जाने के निर्देश दिए हैं।

आयोग तैयार कर रहा मोबाइल ऐप

आयोग ने इससे पहले भी रैगिंग जैसे मामलों पर लगाम कसने के मकसद से कई तरह की व्यवस्थाएं की हैं। इनमें कॉलेजों में कमेटियों का गठन, एंटी रैगिंग सेल, काउंसलर्स की नियुक्ति, ग्रीवांस पोर्टल और एंटी रैगिंग हेल्पलाइन आदि चलाई। लेकिन इसके बाद भी रैगिंग के मामले रुक नहीं रहे हैं। इसके पीछे के कई कारण है। इनमें कई बार सुनवाई न होने और संस्थानों द्वारा अनदेखी भी अहम है। इसी को देखते हुए आयोग ने अब स्टूडेंट्स को सहूलियत देते हुए सीधे शिकायत करने का प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने का फैसला किया है।

एंड्रॉयड यूजर्स के लिए होगी एप्लीकेशन

आयोग एंड्रायड बेस्ड प्लेटफॉर्म तैयार कर रहा है। यह एप्लीकेशन गूगल प्ले पर भी उपलब्ध होगी। ताकि स्टूडेंट्स इस एप्लीकेशन को कहीं से भी कभी डाउनलोड कर सकें। एप्लीकेशन के जरिए स्टूडेंट्स की शिकायत सीधे यूजीसी को प्राप्त होगी। जिसके बाद आयोग संबंधित संस्थान से मामले का संज्ञान लेगा। आयोग के इस कदम के पीछे ऐसे मामलों की रोकथाम करना और इसके साथ पारदर्शिता लाना मकसद है।

यूजीसी लगातार ऐसे मामलों को लेकर गंभीरता बरत रहा है। रैगिंग जैसे मामलों से न सिर्फ संस्थानों की छवि खराब होती है, बल्कि स्टूडेंट्स के बीच भी इसका गलत प्रभाव पड़ता है। यही कारण है कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए यूजीसी हर संभव प्रयास कर रही है। मोबाइल पर एप्लीकेशन उपलब्ध होगी तो स्टूडेंट्स को शिकायत करना आसान होगा।

------- प्रो। वीके जैन, वाइस चांसलर, दून यूनिवर्सिटी

Posted By: Inextlive