-सीएमओ ने शहर के शेल्टर होम्स, रैन बसेरे के साथ कई जगह की मोबाइल यूनिट की व्यवस्था

-रात में किसी भी वक्त प्रॉब्लम होने पर करा सकते हैं इलाज

सीएमओ ने शहर के शेल्टर होम्स, रैन बसेरे के साथ कई जगह की मोबाइल यूनिट की व्यवस्था

-रात में किसी भी वक्त प्रॉब्लम होने पर करा सकते हैं इलाज

GORAKHPUR: GORAKHPUR: कड़ाके की ठंड ने जीना मुहाल कर रखा है। शीत लहर की चपेट में आकर लोग बीमार पड़ रहे हैं और हॉस्पिटल की दौड़ लगा रहे हैं। मगर उनका क्या जो बिना गोरखपुर का हाल जाने यहां ट्रेंस और बस का सफर कर पहुंच रहे हैं। इनके पास न तो रहने का ठिकाना है और न ही कोई अपना। अगर बीमार हो भी जाएं, तो वापस लौटना इनकी मजबूरी है। ऐसे लोगों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने खास पहल की है। अगर इस कड़ाके की ठंड में किसी को कोल्ड वेव अपना शिकार बना लेती है, तो उनको रैन बसेरों में इलाज मिलेगा। स्वास्थ्य विभाग ने जाड़े में गोरखपुराइट्स के इमरजेंसी ट्रीटमेंट के लिए दो मोबाइल वैन शुरू की है, जो स्पॉट पर जाकर लोगों का प्राथमिक इलाज करेगी और हालत खराब होने की कंडीशन में जिला अस्पताल भेजेगी।

दौड़ने लगी मोबाइल वैन

ठंड में दूर दराज से आने वाले लोगों को राहत देने के लिए मोबाइल वैन शहर में दौड़ने लगी है। सीएमओ ने मोबाइल केयर यूनिट के जिम्मेदारों को निर्देशित किया है कि वह रैन बसेरों में जाकर खुद लोगों की हालत देखें और अगर किसी को इमरजेंसी या कंप्लीट ट्रीटमेंट की जरूरत हो, उसे जरूरत के मुताबिक मेडिटेशन प्रोवाइड कराएं। मोबाइल यूनिट में डॉक्टर के साथ ही एक फॉर्मासिस्ट और एक उपचारिका को तैनात किया गया है, जिनकी ड्यूटी लगाई जा रही है। इसमें मौजूद डॉक्टर पहले प्राइमरी ट्रीटमेंट देंगे और अगर हालत नहीं संभलती है, तो उन्हें क्08 एंबुलेंस की हेल्प से डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल भेजेंगे।

वृद्धाश्रम और शिशुगृह के लिए अलग वैन

एक तरफ जहां रैन बसेरों के लिए मोबाइल यूनिट की व्यवस्था की गई है, तो वहीं दूसरी ओर वृद्धाश्रम और शिशुगृह के साथ ही ऐसे आश्रय स्थलों के लिए अलग मोबाइल वैन लगाई गई है। दोनों ही वैन रात के दौरान एक्टिव रहेगी और जरूरत पड़ने पर तत्काल इलाज के लिए पहुंचेगी। सीएमओ ने प्रभारी को निर्देशित किया है कि इन सभी जगहों पर जाकर वहां रहने वाले व्यक्तियों का हेल्थ इंस्पेक्शन करें और जरूरी इलाज मुहैया कराएं। साथ ही इसकी डेली रिपोर्ट डीपीएम को सौंपे, जिससे कि इसी के अकॉर्डिग आगे की प्लानिंग की जा सके।

रैन बसेरे में कितनी व्यवस्था

स्पॉट - क्षमता

रेलवे स्टेशन - ख्0

कचहरी बस स्टैंड - क्भ्

मोहरीपुर - क्0

हांसूपुर - क्0

महेवा ट्रांसपोर्टनगर - क्0

धर्मशाला बाजार - क्भ्

शाहपुर - भ्0

शिवपुर शहबाजगंज - भ्

मेडिकल कॉलेज - क्08

कुल - ख्ब्फ्

शहर में दो मोबाइल हेल्थ यूनिट लगाई गई है। इसके जरिए रैन बसेरे और आश्रयगृहों के साथ वृद्धाश्रम में रहने वाले लोगों को इमरजेंसी की कंडीशन में तत्काल इलाज मिल सकेगा।

- डॉ। श्रीकांत तिवारी, सीएमओ

Posted By: Inextlive