तीन साल में तीसरी बार मोदी कैबिनेट में फेरबदल हो रहा है। इसमें दस नए मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। 2014 में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मोदी कैबिनेट में ऐसे चहरे भी शामिल हुए जो जमीन से जुड़े हैं। कोई लगाता था पोछा तो कोई पंचर बना कर मंत्रालय की सीढि़यों तक पहुंचा है।

 

1- मोदी सरकार में केंद्रीय राज्यमंत्री बने डॉ. वीरेंद्र कुमार का बचपन संघर्ष से गुजरा है। पांचवीं कक्षा में पढ़ने के दौरान वह मध्यप्रदेश के सागर में गौरमूर्ति चौराहे पर अपने पिता की साइकिल की दुकान पर बैठते थे। कॉलेज की पढ़ाई तक लगभग 10 साल तक उन्होंने पंचर बनाने से लेकर साइकिल रिपेयरिंग भी की। अभी भी सांसद अपने ग्रामीण क्षेत्रों के दौरे में जब भी साइकिल सुधारते हुए किसी नवयुवक को देखते है तो उसको पंचर और साइकिल रिपेयरिंग के टिप्स देने लगते हैं। डॉ. वीरेन्द्र कुमार छठी बार सांसद बने हैं।

2- नरेन्द्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को वड़नगर में दामोदार दास मूलचंद मोदी और हीराबेन के यहां हुआ। वड़नगर के भगवताचार्य नारायणाचार्य स्कूल में पढ़ते थे। नरेन्द्र मोदी स्कूल में औसत छात्र थे। नरेन्द्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को वड़नगर में दामोदार दास मूलचंद मोदी और हीराबेन के यहां हुआ। वड़नगर के भगवताचार्य नारायणाचार्य स्कूल में पढ़ते थे। नरेन्द्र मोदी स्कूल में औसत छात्र थे। नरेन्द्र मोदी ने 26 मई 2014 को भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली और वे भारत के प्रथम प्रधानमंत्री हैं जिनका जन्म आजादी के बाद हुआ है।

 

National News inextlive from India News Desk


Posted By: Prabha Punj Mishra