- संघ प्रमुख ने कला-संस्कृति, साहित्य और लेखन से जुड़े प्रबुद्धजनों के साथ किया विचार विमर्श

DEHRADUN: उत्तराखंड प्रवास पर देहरादून आए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ। मोहन भागवत ने कहा कि गांव समृद्ध होगा, तभी वास्तव में राष्ट्र भी समृद्ध हो पाएगा। उन्होंने संघ की पृष्ठभूमि और कार्याें पर भी रोशनी डाली। संघ प्रमुख ने शाम की पाली में देहरादून महानगर में चलने वाली संघ की शाखाओं के मुख्य शिक्षक व शाखा कार्यवाह स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की।

संघ के कार्यो पर डाला

संघ प्रमुख डॉ.भागवत सोमवार रात देहरादून पहुंचे। मंगलवार को उन्होंने संघ कार्यालय में अलग-अलग गु्रपों में कला-संस्कृति, साहित्य और लेखन से जुड़े प्रबुद्धजनों के साथ विमर्श किया। संघ प्रमुख ने अपनी बात रखने से पहले संघ की स्थापना से लेकर उसके अब तक के 93 साल के सफर पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि आज देश में संघ कार्यकर्ता 1.30 लाख से अधिक सेवा कार्य पूरे देश में चला रहे हैं। 40 देशों में विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से स्वयंसेवक कार्यरत हैं। चर्चा के दौरान गांवों की मजबूती पर जोर देते हुए उन्होंने कई समृद्ध गांवों केउदाहरण दिए और कहा कि हम लोग भी अपने गांव में सप्ताह में एक बार एकत्रित होकर गांव की चौपाल पर बैठें। हमारे वास्तविक धन जल, जंगल, जमीन को समृद्ध बनाने और इनकी सुरक्षा के लिए मिलकर कार्य करने पर विचार करें। गांव समृद्ध होगा, तभी राष्ट्र भी वास्तविक रूप से समृद्ध हो पाएगा। साहित्य चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उत्कृष्ट साहित्य मानव निर्माण के लिए महत्वपूर्ण होता है और उसे उन्नत बनाता है। संघ प्रमुख ने कहा कि हमारे समाज को राष्ट्र के सर्वोच्च मानकर व्यक्तिगत चरित्र और आकांक्षाओं से ऊपर उठकर राष्ट्र के उत्थान के लिए राष्ट्रीय चरित्र को महत्व देकर सामूहिक रूप से आगे बढ़ना होगा।

Posted By: Inextlive