- रुपये कमाने के चक्कर में लोग वसूल रहे मनमानी फीस

- बिना किसी स्किन सर्टिफिकेट के ही लोगों की हो रही एंट्री, संक्रमण का खतरा

LUCKNOW: शहर भर के विभिन्न इलाकों में बने स्वीमिंग पूल में कमाई का धंधा जोरों पर चल रहा है। कमाई के लिए स्वीमिंग करने के लिए बनाए गए नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। पूल्स से लोगों को बीमारियों का न्यौता दिया जा रहा है लेकिन पूल संचालकों ने इस ओर से अपनी आंखें फेर रखी हैं।

सारा खेल रुपये का

सिटी में लगभग एक दर्जन से अधिक स्वीमिंग पूल बने हुए हैं। इनमें सरकारी और प्राइवेट पूल्स शामिल हैं। इन पूल्स पर मोटी कमाई के चक्कर में लोगों को बीमारियां बांटी जा रही हैं। पूल्स से जुड़े लोगों ने बताया कि जहां पर सरकारी स्वीमिंग पूल पर जहां भ्00 रुपए तक फीस ली जाती है वहीं प्राइवेट पूल्स पर मोटी रकम वसूली जा रही है। समर वेकेशन के दौरान स्कूल क्लोज हो चुके हैं। इन स्कूल्स में मौजूद स्वीमिंग पूल्स को स्कूल प्रशासन ने मोटी कमाई के लिए ठेके पर उठा दिया है। ठेका लेने वाले प्राइवेट पूल्स संचालकों ने अपनी जेबें गरम करने के लिए दो हजार से ख्भ्00 रुपए प्रति व्यक्ति फीस ले रहे हैं।

नहीं मांगते सर्टिफिकेट

इसी के चलते पूल पर एडमीशन के लिए बने नियम को ताक पर रख दिया गया है। पूल में एडमीशन से पहले कैंडीडेट को डॉक्टर्स से सर्टिफिकेट लेना होता है कि उसे किसी प्रकार का कोई ऐसा रोग नहीं है, जिससे अन्य लोग इंफेक्टेड हो सकते हैं। लेकिन फीस वसूलने केचक्कर में पूल्स संचालक बिना सर्टिफिकेट के ही एडमीशन ले लेते हैं। ये संचालक खुलेआम लोगों से नियमों की अनदेखी कर रहे हैं।

नियमों का उड़ा रहे मजाक

नाम न छापने की शर्त पर पूल्स संचालकों ने बताया कि पैसा कमाने के चक्कर में पूल्स संचालक वॉटर फिल्टर प्लांट भी नियम के अनुरूप नहीं चलाते। जहां वॉटर फिल्टर प्लांट दस घंटे चलना चाहिए वहां पर मात्र तीन घंटे ही चलाया जाता है। इसके अलावा पूल में पानी की कितनी कैपेसिटी है, उसे भी ध्यान में रखना चाहिए। एक निश्चित समय के बाद पूल का पानी बदला जाना चाहिए। वहीं पूल्स संचालक पूल के पानी को कई दिनों तक नहीं बदलते। ये रोगों को बढ़ाने में और भी सहायक होते हैं।

जिन्हें लोगों की स्किन में फंगल या फिर बैक्टीरियल इंफेक्शन हो, उन्हें स्वीमिंग पूल से दूर रहना चाहिए। उनके टच में आते ही यह बीमारी अन्य लोगों को भी हो सकती है। स्केबीज और दाद जैसी बीमारियां से यहां पर तेजी से पनपती है। इसके अलावा अक्सर एग्जिमा होने पर एक विशेष पदार्थ बहता रहता है, उन्हें भी पूल से दूर रहना चाहिए।

- डॉ। विपुल गुप्ता

डर्मोलॉजिस्ट

Posted By: Inextlive