- प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए पुलिस की ली जाएगी मदद

LUCKNOW:

इस बार यूपी बोर्ड एग्जाम के दौरान एग्जाम सेंटर्स की रात में भी निगरानी की जाएगी। पुलिस की मदद से वहां सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। वहीं प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए नोडल केंद्र पर भी पुलिस का पहरा रहेगा। एग्जाम में नकल रोकने के लिए जिले में एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है, जिससे अधिकारी सेंटर्स पर नजर रखेंगे। यह कंट्रोल रूम मुख्यालय से भी जुड़ा रहेगा।

कैमरों की निगाह में प्रश्नपत्र के बंडल

शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि एग्जाम के दौरान प्रश्नपत्र पहले नोडल केंद्र पहुंचेंगे, यहां पुलिस सुरक्षा में इन्हें डबल कैमरों की निगरानी में रखवाया जाएगा। एग्जाम से पहले कॉलेज के प्रिंसिपल और केंद्र अधीक्षकों को इसका वितरण किया जाएगा। हर केंद्र के मेन गेट के पास प्रश्नपत्र रखने के लिए कमरा भी तैयार कराया जाएगा, इसकी भी डबल सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी। इस बार जिले में 112 एग्जाम सेंटर बनाए गए हैं और एक नोडल केंद्र बनाया गया है।

जिला स्तर पर आठ दल रोकेंगे नकल

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के 10वीं और 12वीं के एग्जाम में स्टूडेंट्स के जूते-मोजे नहीं उतरवाए जाएंगे। एग्जाम से पहले इसकी जांच की जाएगी। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय ने निर्देश जारी कर दिए हैं। एग्जाम में नकल रोकने के लिए जिला स्तर पर छह से आठ फ्लाइंग स्क्वॉयड बनाए जाएंगे। वहीं, मंडल स्तर पर चार से छह फ्लाइंग स्क्वॉयड बनेंगे। जिसमें एक महिला जरूर शामिल की जाएगी।

मांगी प्रैक्टिकल एग्जाम की रिपोर्ट

परिषद ने डीआईओएस ने दूसरे चरण में चल रहे इंटर मीडिएट ्रप्रैक्टिकल एग्जाम की रिपोर्ट तलब की है। इसमें उन्होंने कहा है कि 8 जनवरी तक पहले दूसरे चरण में हो चुके प्रैक्टिकल एग्जाम की रिपोर्ट 10 जनवरी दी जाए। वहीं 14 जनवरी तक बताना होगा कि दोनों चरणों में कितने स्कूलों में एग्जाम अब तक नहीं हो पाए हैं।

यूपी बोर्ड एग्जाम पूरी तरह नकल विहीन बनाने के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं। प्रश्नपत्र एवं उत्तर पुस्तिकाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस की मदद ली जाएगी। जिले के करीब 53 हजार स्टूडेंट एग्जाम में शामिल होंगे।

डॉ। मुकेश कुमार सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक

Posted By: Inextlive