देश में इस साल बारिश सामान्य से भी कम रहने की आशंका है. भारतीय मौसम विभाग आईएमडी ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि बारिश 50 वर्षों के एवरेज की 93 फीसदी रहेगी जबकि पहले यह 95 फीसदी रहने का अनुमान था.


फसल बुआई के बारे में अभी फैसला लें किसानमौसम विभाग का मानना है कि अल नीनो बढ़ने का खतरा बढ़ता जा रहा है और इस वजह से इस साल कम बारिश होने की आशंका है.  जून-सितंबर के बीच 92-96 फीसदी मॉनसून रहने की आशंका है. मौसम विभाग ने किसानों के लिए कहा है कि उसने शॉर्ट टर्म अनुमान ही जारी किया है जिससे वे बुआई के बारे में फैसला ले सकें.उत्तर प्रदेश में लगभग 85 फीसदी बारिश का अनुमानएक जून से शुरू हुए चालू मॉनसून सीजन में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत उत्तर-पश्चिमी हिस्से के सभी राज्यों में बारिश 85 फीसदी रहने के आसार हैं. इतनी बारिश सामान्य से कम माना जाता है. इन इलाकों में इस सीजन में धान, गन्ने, दलहन और मोटे अनाजों की बुआई होती है.सरकार रहे सिंचाई की सुविधा देने के लिए तैयार
सरकार ने कहा कि यह सामान्य से कम बारिश होने पर और फसल, ऊर्जा  और सिंचाई के मोर्चे पर तैयारियां करने की जरूरत है. प्रेसीडेंट प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को नरेंद्र मोदी सरकार की प्राथमिकताएं बताते हुए कहा कि हमारी सरकार इस साल सामान्य से कम मॉनसून के आसार को लेकर एलर्ट है और एसेर्जेंसी प्लानिंग की जा रही है. जिऑलॉजी मिनिस्टर जितेंद्र सिंह ने कहा कि कमजोर बारिश का असर होगा, चाहे यह ज्यादा हो या कम और हम इसके मुताबिक ही फसल, ऊर्जा और सिंचाई या अन्य मोर्चों पर तैयारी कर रहे हैं.

Posted By: Shweta Mishra