बसपा सरकार में अंजाम दिए गये 1400 करोड़ रुपये के स्मारक घोटाले में पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बाबू सिंह कुशवाहा की मुश्किलें बढऩे वाली हैं।


lucknow@inext.co.inLUCKNOW : बसपा सरकार में अंजाम दिए गये 1400 करोड़ रुपये के स्मारक घोटाले में पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बाबू सिंह कुशवाहा की मुश्किलें बढऩे वाली हैं। ईडी की जांच ऐसे मोड़ पर पहुंच गयी है जिसमें अब दोनों पूर्व मंत्रियों को तलब कर पूछताछ की जानी है। ईडी के अफसर बीते 10 दिन से स्मारक घोटाले में नामजद सात अधिकारियों और इंजीनियरों को लखनऊ स्थित जोनल ऑफिस में बुलाकर पूछताछ कर उनके बयान भी दर्ज कर चुके हैं। ये सातों आरोपी ईडी के नोटिस देने के बाद भी पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हो रहे थे। इनसे पूछताछ होने के बाद अब दोनों पूर्व मंत्रियों को तलब किया जाना है।घोटाले के कई राज उगले


सूत्रों की मानें तो सख्ती करने पर उन्होंने ईडी दफ्तर आकर जांच अधिकारियों के सामने घोटाले के कई अहम राज उगल दिए हैं। बताते चलें कि स्मारक घोटाले की लोकायुक्त जांच पूर्ववती सपा सरकार में हुई थी। लोकायुक्त ने अपनी जांच के बाद स्मारकों के निर्माण में 1400 करोड़ की हेराफेरी होने की रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपते हुए इसकी विवेचना किसी विशेषज्ञ जांच एजेंसी से कराने की संस्तुति की थी।दर्ज कराई थी एफआईआर

अखिलेश सरकार ने लोकायुक्त की जांच रिपोर्ट के आधार पर विजिलेंस को इसका जिम्मा सौंपा और विजिलेंस ने 1 जनवरी 2014 को गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज करायी थी जिसमें 19 नामजद समेत 199 लोगों को आरोपी बनाया गया था। नामजद आरोपितों में तत्कालीन मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, बाबू सिंह कुशवाहा, खनन विभाग के सलाहकार फारुख अहमद सिद्दीकी, राजकीय निर्माण निगम के एमडी सीपी सिंह, इंजीनियर एसके सक्सेना, केआर सिंह, राजीव गर्ग, पीके जैन, एसपी गुप्ता, एसके अग्रवाल, आरके सिंह, बीडी त्रिपाठी, मुकेश कुमार, हीरालाल, एसके चौबे, एसपी सिंह, मुरली मनोहर, एसके शुक्ला और राकेश चंद्रा शामिल थे।दस दिन से पूछताछ जारी

इनमें 10 आरोपितों से ईडी ने बीते एक साल के दौरान पूछताछ की पर बाकी सात ईडी की नोटिसों के बाद भी पेश नहीं हो रहे थे। ईडी के अफसरों ने जब सख्ती बरतनी शुरू की तो बाकी आरोपित भी बयान दर्ज कराने आने लगे। इनमें सीपी सिंह भी शामिल हैं हालांकि उनके खराब स्वास्थ्य को देखते हुए पूछताछ टाल दी गयी है। इसके अलावा एसके सक्सेना, एसके अग्रवाल, एसके चौबे, हीरालाल, एसके शुक्ला और मुरली मनोहर के बयान दर्ज किए गये हैं। ईडी ने घोटाले की रकम को दूसरी जगहों पर निवेश करने की आशंका पर फारुख अहमद सिद्दीकी के भाई से भी पूछताछ की है हालांकि कोई पुख्ता सुबूत हाथ नहीं लगा है।
बसपा पर भी आ सकती आफत, 1400 करोड़ रुपये के स्मारक घोटाले की जांच ने पकड़ी रफ्तारफैक्ट मीटर- 1400 करोड़ रुपये का है स्मारक घोटाला- 1200 पन्नों की लोकायुक्त ने सौंपी थी रिपोर्ट- 1 जनवरी 2014 को विजिलेंस ने कराई एफआईआर- 19 नामजद समेत 199 लोगों को बनाया था आरोपी- 10 दिन में सात नामजद आरोपितों से हुई है पूछताछ

Posted By: Shweta Mishra