तिरंगे की शान में जुटे सैकड़ों लोग
-तिरंगे के प्रारूप का मोराबादी में हुआ प्रदर्शन
-सैकड़ों लोगों ने प्रारूप के डिस्प्ले में लगाया अपना हाथ -लगा भारत माता के नारे RANCHI: पहाड़ी मंदिर पर फहराए जाने वाले देश के सबसे बड़े तिरंगे के प्रारूप के डिस्प्ले को देखने मोरहाबादी मैदान में गुरुवार को सिटी के लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। दैनिक जागरण की ओर से सुबह 7.फ्0 बजे आयोजित इस प्रोग्राम में मंत्री सीपी सिंह सहित सैकड़ों लोगों ने तिरंगे के डिस्प्ले में सहयोग किया। लोगों में तिरंगे को देखने व एक बार छू लेने की ललक साफ दिख रही थी। भारत माता के जयकारे से गूंजा इलाकाझंडे को खोलने के साथ ही भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगने लगे और पूरा माहौल देशभक्तिमय हो गया। आसपास ग्राउंड में क्रिकेट खेल रहे बच्चे भी इसमें आकर शामिल हो गये और पूरे जोश के साथ झंडे को डिस्प्ले करने का काम किया जाने लगा। वहीं इसमें झारखंड सरकार के मंत्री सीपी सिंह ने भी झंडे में हाथ लगाया। पंद्रह से बीस मिनट तक झंडे को फैलाने के बाद इसे समेटने का काम हुआ।
क्या कहते हैं लोगझंडा पकड़ते ही देशभक्ति का जज्बा अपने-आप आ जाता है। वहीं इस डिस्प्ले में शामिल होकर अच्छा लगा। वहीं ये भी लगा कि हम इस मुहिम के पार्ट है।
सुजीत शाही इतना जोश पहली बार देखने को मिला। जिसे देखकर हमे भी जोश आ गया और हम इसमें शामिल हो गये। ऐसा लग रहा था कि सभी लोग एक मंच पर आ गये हैं। दिनकर शाहदेव इस ग्राउंड में झंडे के डिस्प्ले का अंदाज ही कुछ अलग होता है। एक तो यहां जगह है और झंडे का रूप भी यहां अधिक खिलता है। मृत्युंजय ये हमारे लिए गर्व की बात है कि मैं इस मुहिम में शामिल हुए। वहां तो नहीं कम से कम यही के बहाने झंडे को फैलाने में तो हमारा सहयोग रहा। संतोष कुमार इससे देशभक्ति का पता चलता है। इससे हमारी एकता का भी पता चलता है। इस डिस्प्ले में शामिल होकर हमे गर्व महसूस हो रहा है। ओमप्रकाश महतो हमारे लिए ये एक बेहतर मौका था। वहीं स्कूलों में हुए इस डिस्प्ले के बारे में पेपर में देखा था। लेकिन आज इसमें शामिल होने का मौका मिल रहा है तो अच्छा लग रहा है। रिषभविजयी विश्व तिरंगा प्यार झंडा ऊंचा रहे हमारा। मेरा तो यही कहना है कि जब तक ये देश रहे ऐसे ही लोग झंडे का सम्मान करते रहे।
करण महतो हमारे के लिए आज का दिन इस डिस्प्ले से यादगार बन गया। इसमें शामिल होकर हमे गर्व महसूस हो रहा है। ऐसा आयोजन पहली बार हो रहा है और बेहतर तरीके से हो रहा है। भागीरथ आर्या