फिलीपींस में तूफान की आशंका के चलते सात लाख से लोगों सुरक्षित स्थान पर भेजा गया
करीब साढ़े सात लाख लोगों को हटाया गया
सेंट्रल फिलिपींस में नोना तूफान के बढ़ते खतरे के मद्देनजर करीब साढ़े सात लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इससे पहले नोना तूफान के बढ़ते खतरे के मद्देनजर प्रशासन ने स्कूलों को बंद करने और समुद्र में मछली पकड़ने और नौवहन पर पाबंदी लगा दी थी। कई निचले इलाकों में पानी भरने की आशंका के चलते भी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। तूफान के चलते करीब 40 घरेलु फ्लाइट्स को उड़ान भरने से रोक दिया गया है। साथ ही समुद्र में 73 नौकाओं पर भी रोक लगा दी गई है। इन्हें तूफान के मद्देनजर बंदरगाह पर ही रहने के लिए कहा गया है।
समर द्वीप से शुरूआत
इस तूफान ने सबसे पहले उत्तरी फिलिपींस के समर द्वीप पर दस्तक दी है। इस तूफान के चलते करीब 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग ने सभी इलाकों में तेज बारिश के साथ भूस्खलन की भी चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग द्वारा जारी बयान में कहा गया कि 'मेलर' एक चक्रवाती तूफान है, जिसे स्थानीय लोग 'नोना' के नाम से जानते हैं। यह तूफान समर द्वीप से 205 किलोमीटर की दूरी पर था और रात भर में यह दूसरी श्रेणी के तूफान से मजबूत होकर सुबह तीसरी श्रेणी के तूफान में बदल गया है, जिसमें हवा की रफ्तार 150 किलोमीटर प्रतिघंटा है।
हेयान से भी हो चुका काफी नुकसान
मौसम विभाग के अनुसार, यह तूफान मध्य फिलिपींस में 2013 में आए जबरदस्त तूफान 'हेयान' की तरह ही आगे बढ़ रहा है। हेयान जब फिलिपींस से टकराया तो वह पांचवी श्रेणी के तूफान में बदल गया था, जिसने यहां भयानक तबाही मचाई थी और इसकी चपेट में आकर लगभग 8000 लोग या तो मारे गए थे या लापता हो गए थे। तटरक्षक बल द्वारा नोना तूफान के खतरे के मद्देनजर समुद्र में नौवहन और मत्सयन पर रोक लगा देने से भी लगभग 8000 लोग बंदरगाहों पर फंस गए हैं।