- 14वें वित्त आयोग के 11 करोड़ 58 लाख रुपये हुए लेप्स

- नगर निगम केवल 2 करोड़ रुपये ही खर्च कर पाया

Meerut : नगर निगम पूरे वर्ष में न तो सफाई करा सका और न ही पथ प्रकाश की व्यवस्था। इसलिए नगर निगम को 14 वित्त आयोग से आए 11 करोड़ 58 लाख रुपये वापस करने पड़ गए। नया वित्तीय वर्ष शुरू होने के बाद नगर निगम को उस पैसे की याद आई। नगर विकास सचिव को पत्र लिख 14 वें वित्त आयोग की समय अवधि बढ़ाने की मांग की है।

शहर में है कूड़े के ढेर

एक तरफ शहर में कूड़े का ढेर लगा हुआ है और नगर निगम है कि शासन की ओर से आए पैसे का उपयोग नहीं कर पा रहा है। अब देखिए न नगर निगम 14 वें वित्त आयोग से आए पैसे को खर्च करने की सुध नहीं है। आए दिन सफाई और पथ प्रकाश को लेकर शहरवासी नगर निगम में प्रदर्शन करते रहते हैं।

इस मद में होना था खर्च

शासन ने नगर निगम को शहर की सफाई, नालों की सफाई, नाला निर्माण और पथ प्रकाश के लिए 14 करोड़ 50 लाख रुपये अवमुक्त करे थे। लेकिन नगर निगम केवल 2 करोड़ 92 लाख रुपये ही खर्च ही कर पाया।

वित्तीय वर्ष में खर्च करना होता है

शासन ने 2015-16 में नगर निगम को यह पैसा अवमुक्त किया था। इस पैसे को इस वित्तीय वर्ष में खर्च करना होता है। वरना वह पैसा शासन को वापस देना होता है।

पूरे साल नहीं हुई नालों की सफाई

नगर निगम ने वित्तीय वर्ष 2015-16 में नाला सफाई में एक पैसा भी खर्च नहीं किया। यह हम नहीं बल्कि नगर निगम द्वारा 2016-17 के लिए पेश किया गया बजट की रिपोर्ट कह रही है। नगर निगम ने इस बजट रिपोर्ट में नाला सफाई पर खर्च किए गए पैसे के कॉलम में शून्य लिखा है।

कुछ कारणों से पैसों का उपयोग नहीं कर पाए। शासन को पत्र भेजा है इसकी समय अवधि बढ़ा दी जाए। शासन यदि मंजूरी दे देता है तो इसका उपयोग सफाई, पथ प्रकार व नाला निर्माण में कराएंगे।

-उमेश प्रताप सिंह, नगर आयुक्त

नालों की सफाई के लिए कुछ सामान खरीदा जाना था। उसी मद के लिए पैसो को रोक रखा था। किसी कारण वश उसमें देरी हुई। वही डस्टबिन खरीद को लेकर भी विरोध हुआ था। नालों की सफाई चल रही है। समय अवधि बढ़ाने के लिए शासन को पत्र भेजा है।

-हरिकांत अहलूवालिया, महापौर

Posted By: Inextlive