शहर को सेफ मानते ज्यादातर लोग, जहरीली हवा करती परेशान
1 फरवरी से 29 फरवरी तक परीक्षा
100 स्मार्ट शहर परीक्षा में शामिल 14 कैटेगरी रखी गई फीडबैक के लिए - ईज ऑफ लिविंग परीक्षा में स्मार्ट सिटी लखनऊ ने फीडबैक लक्ष्य को किया पार - अभी 29 फरवरी तक पब्लिक दे सकती फीडबैक, 100 अंक पूरे मिलेंगे LUCKNOW ईज ऑफ लिविंग परीक्षा के अंतर्गत आ रहे पब्लिक फीडबैक से साफ है कि ज्यादातर लोग शहर को सेफ मानते हैं, रोजगार और हेल्थ सेक्टर में भी बेहतर मानते हैं लेकिन जब बात साफ हवा की आती है तो निगेटिविटी सामने आती है। ज्यादातर लोगों का मानना है कि शहर की हवा को स्वच्छ बनाने के लिए कवायद की जानी चाहिए। हालांकि फीडबैक में शामिल प्रश्नों के उत्तर की सही तस्वीर रिजल्ट सामने आने के बाद आएगी। फीडबैक का लक्ष्य हासिल किया100 स्मार्ट शहरों के बीच चल रही शहर कितना रहने लायक विषयक परीक्षा में लखनऊ की स्थिति मजबूत होती नजर आ रही है। वजह यह है कि परीक्षा समाप्त होने से 5 दिन पहले ही पब्लिक फीडबैक लक्ष्य को न सिर्फ हासिल कर लिया गया है बल्कि उससे 1 हजार अधिक फीडबैक हासिल किए गए हैं। जिससे साफ है कि इस परीक्षा में स्मार्ट सिटी लखनऊ को पूरे 100 अंक मिलेंगे। जिससे 100 स्मार्ट शहरों के बीच चल रही रैंकिंग की रेस में शहर की स्थिति बेहतर रहेगी।
32 हजार फीडबैक ईज ऑफ लिविंग परीक्षा के अंतर्गत अभी तक करीब 32 हजार 294 फीडबैक आ चुके हैं। जबकि स्मार्ट सिटी लखनऊ का लक्ष्य 31 हजार 143 था। जिससे साफ है कि निगम प्रशासन ने परीक्षा समाप्त होने से चार से पांच दिन पहले ही लक्ष्य को क्रॉस कर लिया है। संभावना है कि 29 फरवरी तक 45 हजार से अधिक फीडबैक आ जाएंगे। पहले या दूसरे नंबर पर सूत्रों की माने तो यूपी में पब्लिक फीडबैक के मामले में लखनऊ पहले या दूसरे नंबर पर है। चूंकि फीडबैक सीधे शासन के पास रिकॉर्ड हो रहे हैं, जिससे अभी रैंकिंग को लेकर स्पष्ट कहना मुश्किल है। वर्तमान फीडबैक की संख्या से अंदाजा है कि आगरा के बाद लखनऊ दूसरे नंबर पर है। जबकि कानपुर की स्थिति बहुत बेहतर नहीं है। ये हैं कैटेगरी 1- शिक्षा 2- स्वास्थ्य 3- आवास और आश्रय 4- सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट 5- मोबिलिटी 6- सुरक्षा और संरक्षा 7- मनोरंजन 8- आर्थिक विकास 9- आर्थिक अवसर 10- गिनी गुणांक 11- पर्यावरण 12- रिक्त स्थान और भवन 13- ऊर्जा की खपत 14- शहर का लचीलापन इस तरह दें फीडबैक1- क्यूआर कोड को स्कैन करें, जो सीधे सिटीजन पार्टीसिपेशन सर्वे लिंक पर जाएगा।
2-वैकल्पिक रूप से प्रतिक्रिया को यूआरएल REol2019.org/citizen feedback टाइप करके शेयर किया जा सकता है। 3-फीडबैक भरें और समिट करें। इस तरह समझें आसानी से फीडबैक में आपको बताना है कि शहर में मेडिकल फैसिलिटी कैसी है, रोज कूड़ा उठता है या नहीं, सफाई होती है या नहीं, कूड़ा निस्तारण की स्थिति क्या है, मनोरंजन के क्या साधन हैं, पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन के क्या साधन हैं, पॉल्यूशन का लेवल क्या है, सुरक्षा की कंडीशन कैसी है, रोजगार के अवसर मिलते हैं या नहीं आदि। परीक्षा समाप्त होने से पहले ही पब्लिक फीडबैक के लक्ष्य को क्रॉस कर लिया गया है। 31 हजार के मुकाबले 32 हजार से अधिक फीडबैक आ चुके हैं। पूरी संभावना है कि इस परीक्षा में स्मार्ट सिटी लखनऊ की रैंकिंग काफी बेहतर रहेगी। अशोक सिंह, नोडल ऑफिसर, ईज ऑफ लिविंग परीक्षा