यूपी बोर्ड की 10वीं की परीक्षा में अंशु यादव ने हासिल किए 92.67 प्रतिशत मा‌र्क्स

दिगंबर जैन कॉलेज की स्टूडेंट अंशु बोली, ये सफलता तो पड़ाव भर है, बनना आईएएस अधिकारी

Meerut। कौन कहता है आसमान में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारोंयूपी बोर्ड की 10वीं की परीक्षा में जिला फतेह करने वाली अंशु यादव ने मेहनत के बल पर इन पक्तियों को जीवंत कर दिया है। अंशु के पिता दिहाड़ी मजदूर और मां गृहिणी हैं। दोनों ही पढ़े-लिखे नहीं हैं, बावजूद इसके न केवल अंशु दूसरों के लिए प्रेरणा बनी है बल्कि उसने साबित कर दिया कि अभावों में भी हौसलों के सहारे मंजिल को पाया जा सकता है।

बनना है आईएएस

अंशु बताती हैं कि मैंने जीवन में पढ़ाई को ही अपना लक्षय बनाया। मुझे आईएएस बनना है। घर की हालत ऐसी नहीं हैं कि मैं किसी बड़े इंस्टीट्यूट में पढ़ने जाऊं। मेहनत के बल पर ही मैं अपनी मंजिल को पा सकती हूं। अब आगे पीसीएम से पढ़ाई करूंगी। साथ ही अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आगे की योजना पर काम करूंगी।

सेल्फ स्टडी से पाया मुकाम

10वीं में जिला टॉपर बनी अंशु का कहना है कि उन्होंने कभी भी ट्यूशन नहीं ली। रूटीन बनाया और सेल्फ स्टडी पर फोकस किया। रात में 10 बजे तक सो जाती थी और सुबह छह बजे उठती थी। मा‌र्क्स से ज्यादा डीप स्टडी पर फोकस था। हर टॉपिक को तब तक तैयार करती थी, जब तक खुद संतुष्ट न हो जाऊं। अंशू आगे बताती हैं कि यह सफलता अभी सिर्फ एक पड़ाव मात्र है।

पेरेंट्स बने ढाल

अंशु आगे बताती है कि उनके पिता अंगद यादव रोज की दिहाड़ी पर काम करते हैं। कभी काम मिलता है तो कभी नहीं। मां गीता देवी भी पढ़ी-लिखी नहीं हैं लेकिन उन्होंने कभी भी मुझे पढ़ने से नहीं रोका। कई बार आसपास के लोग बोलते भी हैं कि लड़की को पढ़ाना नहीं चाहिए। इस पर पेरेंट्स हमेशा ढाल बनकर मेरे साथ खड़े रहे। वह बताती है कि मेरी पढ़ाई की वजह से पेरेंट्स भी टीवी तक नहीं देखते हैं। उन्होंने हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। वह कहती हैं कि उसका सपना है कि वह अपने पेरेंट्स की हर ख्वाहिश पूरी करें। दो भाइयों में सबसे छोटी अंशु कहती है कि बडे भाई राहुल यादव यूपी पुलिस में कांस्टेबल हैं। वहीं छोटा भाई डीएन डिग्री कॉलेज में बीएससी थर्ड ईयर का स्टूडेंट है।

अंशु से हमें प्रदेश टॉप करने की उम्मीद थी। वह शुरू से ही पढ़ाई में तेज है। स्कूल में कई प्रतियोगिताओं में भी उसका प्रदर्शन बहुत शानदार रहा हैं।

दीप्ती राघव, प्रिंसिपल, दिगंबर जैन कॉलेज

Posted By: Inextlive