बच्‍चे माता पिता की जान होते हैं। माता पिता अपने बच्‍चों की ख्‍वाहिश पूरी करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। पर जाब बात उनके बच्‍चे की अंतिम इच्‍छा की हो तो वह किसी भी हद तक जा सकते हैं।


20 लाख से भी अधिक पेड लगा चुकी हैं जीफांगहम बात कर रहे हैं 67 वर्षीय यी जीफांग की। जी हां यी जीफांग शंघाई की सुकून वाली जिदंगी छोड़कर पिछले 12 साल से अपना सारा समय उत्तर-पश्चिमी चीन के मंगोलियाई रेगिस्तान में बीता रही है। यहां वो अबतक 20 लाख से भी ज्यादा पेड़ लगा चुकी हैं। यह सारी मेहनत वह सिर्फ अपने बेटे की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए कर रही है।सड़क हादसे में हुई थी जीफांग के बेटे की मौत
जीफांग के बेटे यांग रूईज की जापान में पढ़ाई के दौरान वर्ष 2000 में एक दुर्घटना में मौत हो गई थी। यांग ने पढ़ाई के समय ही अपनी मां से इच्छा जताई थी कि वह चीन लौटकर यहां के रेगिस्तानी इलाकों का वनीकरण करना चाहता है। उसकी मौत के बाद मां ने ठान ली कि वह बेटे के सपने को पूरा करेंगी। जीफांग 2004 से इस काम में लगी हैं और वह 8660 वर्ग किमी से ज्यादा भूभाग को हरा भरा बनाना चाहती हैं।बेटे की अंतिम इच्छा के लिए बेच दिया घर


अपने बेटे की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए जीफांग ने अपना घर भी बेच दिया। जीफांग ने एक ग्रीन लाइफ नाम का एक एनजीओ शुरू किया। उन्होंने अपने बच्चे के जीवन बीमा की रकम व दुर्घटना के मुआवजे की राशी भी इस ग्रीन प्रोजेक्ट में लगा दी है। वह इस पूरे रेगिस्तानी क्षेत्र को हराभरा कर देना चहती है।

Posted By: Prabha Punj Mishra