सिविल सेवा में एक फीसदी टेक्नोक्रेट्स
मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में पुरा छात्रों का सम्मान
मुख्य अतिथि कमिश्नर डॉ। आशीष कुमार गोयल ने दिया सफलता का मंत्र ALLAHABAD: जुनून ही होता है जिसके जरिए आप देश और अपने आसपास के समाज को राह दिखा सकते हैं। यह बात कमिश्नर डॉ। आशीष कुमार गोयल ने रविवार को मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में आयोजित पुरा छात्रों व सिविल सर्विसेज के टॉपर्स के सम्मान समारोह में कही। मानीटरिंग में तकनीक का योगदान डॉ। गोयल ने कहा कि हमारे दौर में बीटेक करने के सीमित अवसर थे। वर्तमान समय में इंजीनियरिंग के क्षेत्र में असीमित संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि अगर आपके भीतर रिस्क लेने का जज्बा है तो स्वयं उद्यमी बनकर आगे बढ़ें। धैर्य व अनुशासन का तालमेल जरूरीविशिष्ट अतिथि जिलाधिकारी कुशीनगर आंद्रे वामसी ने कहा कि यह सोचने का विषय है कि देश की प्रशासनिक सेवा में महज एक फीसदी ही टेक्नोक्रेट्स हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक सेवा में धैर्य और अनुशासन का तालमेल बहुत जरुरी होता है। इसलिए जरा-जरा सी बात पर संस्कार नहीं खोना चाहिए। संस्थान के निदेशक डॉ। राजीव त्रिपाठी ने कहा कि संस्थान में ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट इंचार्ज कार्यो को बखूबी अंजाम तक पहुंचा रहे हैं। स्वागत पुरा छात्र संगठन के उपाध्यक्ष अविनाश दुबे ने किया। प्रो। आरके सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।