मंजिल उन्‍हीं को मिलती है जिनके सपनो में जान होती है पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है। इन लाइनों को झारखंड के एक लड़के ने मैट्रिक की परीक्षा में पूरे राज्‍य में प्रथम स्‍थान लाकर सच कर दिखाया है।

कंप्यूटर इंजीनियर बनना चाहते हैं गुंजन
झारखंड टॉपर गुंजन पाल ने जैक की मैट्रिक परीक्षा-2017 अपनी सफलता से गांव रानीबहाल सहित पूरे इलाके का नाम रौशन किया है। प्लस-2 जिला स्कूल दुमका के छात्र गुंजन के पिता पंप रिपेयरिंग का काम करते हैं। गुंजन बहुत ही साधारण परिवार और ग्रामीण परिवार से हैं। गुंजन ने कहा कि स्कूल में मन लगाकर पढ़ा जाए तो ट्यूशन पढऩे की जरूरत नहीं हैं। वह कंप्यूटर इंजीनियर बनना चाहता है। मसानजोर के पास रानीबहाल गांव के निवासी हैं।
मोटर मैकेनिक हैं गुंजन के पिता
गुंजन के पिता प्रदीप कुमार पाल दुमका शहर के ग्रांट स्टेट मुहल्ले में एक किराए के मकान में सपरिवार रहते हैं। वह एक मोटर मैकेनिक हैं। दुमका शहर के भागलपुर रोड में खादी भंडार के पास पाल डीजल नाम का उनका अपना वर्कशॉप है। गुंजन पाल की मां दिप्ती पाल गृहिणी है। गुंजन दो भाई-बहन हैं। स्टेट टॉपर गुंजन पाल ने यह सफलता कड़ी मेहनत की बदौलत हासिल की है। वह रोज रात में 11 बजे तक पढ़ाई करते थे। गुंजन ने बताया कि सुबह 5 बजे से पढ़ने बैठ जाते थे। स्कूल के अलावा वह रोज 7-8 घंटे पढ़ाई करते थे।
गणित में गुंजन को मिले हैं 100 नंबर
गुंजन अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को देते हैं। वह इंटर की पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाएंगे बल्कि प्लस-2 जिला स्कूल में ही पढ़ेंगे। वह आगे चलकर कंप्यूटर इंजीनियरिंग करना चाहते हैं। मैट्रिक परीक्षा में उन्हें मैथ में 100 और साइंस में 98 प्रतिशत अंक मिले हैं। गुंजन की सफलता से पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। पिता प्रदीप पाल ने बताया कि बचपन से ही गुंजन पढाई के प्रति गंभीर रहा है। प्रथम श्रेणी से पास करेगा यह मुझे पहले से उम्मीद थी पर यह जान कर खुशी का ठिकाना नहीं रहा कि उसने स्टेट में टॉप किया है। पिता प्रदीप कुमार पाल का कहना है कि गरीबी में पढ़ कर हमारा पुत्र आगे बढ़ा है। आगे पढऩे के लिए जो कुछ भी करना होगा करेंगे।

 

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Posted By: Prabha Punj Mishra