सबसे पहले ये फिल्‍म विशाल भारद्वाज की नहीं है वो इस फिल्‍म के प्रोड्यूसर हैं डायरेक्‍टर नहीं. दूसरी बात ये एकता कपूर की फिल्‍म है जिसे चौंकाने में मजा आता है और इसे कनन अय्यर ने डायरेक्‍ट किया है.


क्‍योंकि विशाल इस फिल्‍म से जुड़े हैं तो स्‍क्रिप्‍ट पर मीटिंग्‍स में डिस्‍कशन के बाद उनके इनपुट लिए गए होंगे और उनका टच देने के लिए थियेट्रिकल ड्रामा का यूज हुआ है लेकिन उसमें उनकी वाली इंटेंसिटी नहीं आ पायी. एकता का कमांडिंग नेचर अपना इफेक्‍ट दिखा गया है और कुछ रुह कंपा देने वाले हॉरर सींस आपको इंप्रेस करने में कामयाब रहेंगे हैं. कनन का डायरेक्‍शन फर्स्‍ट हॉफ में तो काफी इंप्रेसिव है पर सेकेंड हॉफ में उनकी पकड़ कुछ ढीली होती लगती है और क्‍लाइमेक्‍स लगता है पूरी तरह से उनके कंट्रोल में नहीं रहा इसी वजह से वो कभी एकता, कभी विशाल और कभी खुद कनन के इंपैक्‍ट को दिखाने की खींचतान में अपना असर डालने में सक्‍सेजफुल नहीं हो पाया है.


बेबो (इमरान हाशमी) एक कामयाब मैजीशियन है और उसका काम ही उसका पैशन है. वो मैजिक को कमाई का जरिया नहीं समझता बल्‍कि उससे प्‍यार करता है. उसकी लाइफ में सेकेंड नंबर पर उसकी लेडी लव तमारा (हुमा कुरैशी) है. सब कुछ ठीक होता है जब तक वो लिसा दत्‍त (कल्‍कि कोचलिन) से नहीं मिलता जो उसे उस औरत दाइना (कोंकणा सेन) की याद दिला देती है जो उसकी जिंदगी में डायन की तरह थी. उसे लगने लगता है कि कोई इनविजीबल पॉवर उसके ब्रेन में आ कर उसे कंट्रोल कर रही है. वो अपने साइक्रटिस्‍ट फ्रेंड के पास जाता है और उसे पता चलता है कि यह उसकी चाइल्‍डहुड मेमोरीज के कारण हो रहा है. पर क्‍या बात सिर्फ इतनी ही है..........बस यहीं से फिल्‍म में गड़बड़ी शुरू होती है जो फिल्‍म अब तक बड़ी लॉजिकल और कनविंसिंग लग रही थी अचानक ट्रैक बदल लेती है. जहां हॉरर का तड़का तो है पर लॉजिक का बैलेंस नहीं दिखता और एक एक्‍स्‍ट्रा ऑडिनरी फील देने वाली फिल्‍म ऑडिनरी बन कर रह जाती है. एक्‍टिंग के मामले में हर एक्‍टर ने अपना पार्ट बखूबी प्‍ले किया है और कोई कमी नहीं रहने दी है. बेशक अपने फैंस का ख्‍याल रखते हुए इमरान के यूजवल किसिंग सीन दिए हैं पर उनकी एक्‍टिंग इस फिल्‍म में अलग लेबल पर लेकर जाती है. कोंकणा तो हैं ही कमाल की एक्‍ट्रेस पर हुमा और कल्‍कि ने भी इंप्रेस किया है.

कनन के डायरेक्‍शन को इस फिल्‍म से जज करना ठीक नहीं लगता क्‍योंकि वो विशाल और एकता दोनों के प्रभाव में दिखते हैं इसलिए फिल्‍म को किसी एक की फिल्‍म कहना मुश्‍किल है. म्‍यूजिक फिल्‍म को सर्पोट कर रहा है और सांग्‍स किसी हद पाप्‍युलर भी हुए हैं. कुल मिला कर फिल्‍म को आम हॉहर फिल्‍म की कटेगरी से अलग करके भी देखा जा सकता है और उनमें शामिल भी कर सकते हैं. फिल्‍म में एक्‍टिंग और हॉरर के कांबिनेशन की वजह से उसे एक बार देखा जा सकता है. Director: Kannan IyerCast: Emraan Hashmi, Konkona Sen Sharma, Huma Qureshi, Kalki Koechlin

Producer: Vishal Bhardwaj, Ekta Kapoor

Posted By: Dhananjay Shukla