शादी के साइड इफेक्‍टस कहानी है हर उस प्‍यार करने वाले की जो प्‍यार के झटकों से उबर कर मैरिज के हैवन में अभी खुल कर सांस भी नहीं ले पाता है कि उसे सामना करना पड़ता है वेडिंग के शॉकिंग पर इंट्रस्‍टिंग इफेक्‍टस का. यानि वही पुरानी कहावत शादी वो लड्डु है जो खाये वो पछताए जो ना खाए वो भी पछताए.


Producer: Rangita Pritish Nandy, Pritish Nandy, Ekta KapoorDirector: Saket ChowdharyCast: Farhan Akhtar, Vidya Balan, Vir Das, Ram Kapoor, Gautami Kapoor, Purab Kohli, Ira Arun, Rati AgnihotriRating: 3/5 star


तृषा (विद्या बालन) और सिड (फरहान अख्तर) गर्लफ्रेंड और ब्वॉय फ्रेंड के स्टेटस से ऊपर आ कर अब हसबेंड और वाइफ हैं. इनफैक्ट वो अपनी मैरिड लाइफ में बेहद खुश हैं. उनकी शादी शुदा लाइफ रॉकिंग हैं, एटलीस्ट उन्हें तो ऐसा ही लगता है लेकिन बस तब तक जब तक तृषा प्रेगनेंट होने की ख्वाहिश नहीं जाहिर करती क्योंकि उसे अपने प्यार का एक खूबसूरत सर्टिफिकेट चाहिए. हालाकि सिड अपने करियर में सैटल होने से पहले फादर नहीं बनना चाहता लेकिन वो अपनी वाइफ के इमोशन और डिसीजन को एक्सेप्ट करते हुए एक प्यारी से बेबी का फादर बन जाता है. अब तृषा तो बन गयी है फुल टाइम मम्मी जिसके लिए प्यार और मैरिज का कुल मतलब उसका बच्चा है और सिड हो जाता है सेकेंडरी, जो अपने जिंगल बनाने के करियर को भूल कर बेबी के लिए ललाबाई गाने लगा है.

दोनों की प्यार भरी दुनिया बेबी सिटिंग्स में खो गयी हैं, प्यार भरी रातें बच्चे को बहलाने में बीतने लगी हैं, पिलो फाइट्स, पॉटी फाइट्स में बदल गयी हैं और उनके प्यार भरे सपने बच्चे के पालने में झूलते रह गए हैं. इस सिचुएशन को हैंडल करने के लिए सिड अपने ब्रदर इन लॉ (राम कपूर) से एडवाइज मांगता है और जो सलाह मिलती है वो सिचुएशन को कितना बनाती है और कितना बिगाड़ती है यही तो हैं 'शादी के साइड इफेक्ट्स' जिन्हें और भी क्लियर कर देता है सिड का फ्रेंड  (वीर दास) जो उसे अपनी लाइफ को मैनेज करने के लिए तृषा के बिना इंज्वॉय करने को कहता है जिससे सिसुएशन देखने में हिलेरियस लेकिन एक्च्युअल में ब्लास्टिंग होती जाती है.

शादी के साइड इफेक्ट्स हर मैरिड कपल की स्टोरी है और वो इससे रिलेट करेगा. हृयूमर से भरपूर एक के बाद एक शॉट इतना रियल है कि आपको अपनी ही लाइफ का पार्ट लगेगा और अगर आप मैरिड नहीं हैं तो ये आपको अपने कल का आईना महसूस होगा. साकेत चौधरी के डायरेक्शन में दम है जो कहानी को इसके प्रीक्वल 'प्यार के साइड इफेक्ट्स' से कनेक्ट करते हुए सीक्वल से भी बांधे रखता है. विद्या इमोशनल सींस में कमाल करती हैं और वीर दास बेहद विटी लगे हैं. पर फिल्म का सरप्राइज पैकेज फरहान अख्तर हैं जो फ्लैट फेस के साथ आपको हंसाते हुए अपनी सीट से गिरने के लिए मजबूर कर देते हैं. आप मैरिड हैं या अनमैरिड ये फिल्म आपको फुलटू इंटरटेनमेंट देगी वो भी रियल लाइफ के फील के साथ. फिल्म का एक ही वीक साइड है, वो है इसका म्यूजिक जो ज्यादा अपीलिंग नहीं है.  Hindi news from Entertainment News Desk, inextlive

Posted By: Chandramohan Mishra