व्‍हाट द फिश एक ऐसी स्‍टोरी है जो सर्टेन सिचुएशंस और कंडीशन में हृयूमन बिहेवियर का फनी और वियर्ड साइड एक पल में सामने ले आती है. गुरमीत सिंह ने सचमुच एक ऑनेस्‍ट फिल्‍म बनाने की कोशिश की है और डिंपल कपाड़िया की एक्‍टिंग उन्‍हें एक लेबल ऊपर ले गयी है.

Producer: Kumud Shahi Malik, K R Harish
Director: Gurmmeet Singh
Cast: Dimple Kapadia, Manu Rishi Chadha, Manjot Singh, Anand Tiwari, Sheeba Shabnam, Vishal Sharma, Sumit Suri, Anand Tiwari, Neerav, Deepti Pujari
Rating: 3/5 star
67 साल की सुधा मिश्रा (डिंपल कपाड़िया) एक डिर्वोसी है और जो लाइफ में रिग्रेट करने की बजाय प्रेजेंट में जीना पसंद करती हैं. दिल्ली वसंद कुंज में बने अपने छोटे और वेल मेंटेन घर को छोड़ कर सुधा को बाहर जाना पड़ रहा है. अपने घर की रिस्पांसिबिलिटी वह अपनी नीस के फियांसी सुमित (सुमित सूरी) को सौंपती है. उसे क्लियरली इंस्ट्रक्ट करती है कि उसे क्या करना है. सुमित की ड्यूटी है कि वो सुधा की फिश को खाना दे, मनी प्लांट का ख्याल रखे उससे बातें करे और घर को बिलकुल गंदा ना करे.
सुधा चली जाती है और जब कई दिनों बाद लौटती है तो एक डिटेक्टिव की तरह वह घर की जांच करती है. फिश और मनीप्लांट को बारीकी से देखती है. हर चीज उसे परफेक्ट मिलती है. लेकिन जैसे ही वो बैडरूम में पहुंचती है एक अनजान औरत को देखने के साथ ही सच्चौई की परतें खुलने लगती हैं. सुमित ने उसके घर का हर रूल ब्रेक किया. वो शॉक्ड रह जाती है और जानना चाहती है कि सुमित ने ऐसा क्यूं किया.


फिल्म की यूएसपी डिंपल की कॉमिक टाइमिंग है, लगता ही नहीं है कि उन्होंने फर्स्ट टाइम कॉमेडी की है और ये उनका जॉनर नहीं है. गुरमीत सिंह की स्टोरी पर पूरी पकड़ है और हर एक्टर का सही इस्तेमाल हुआ है हां कहीं कहीं कुछ सर्पोटिंग एक्टर्स ओवर एक्टिंग का शिकार होते लगे हैं. बहरहाल व्हाट द फिश एक हल्की फुल्की वन टाइम वॉच कॉमेडी मूवी है जो आपके पूरे वीक के स्ट्रेस को खत्म कर देगी.
Hindi news from Entertainment News Desk, inextlive

Posted By: Kushal Mishra