जागृति सिंह की क्रूरता का शिकार बनी घरेलू सहायिका राखी के शरीर की चोटें देख डॉक्टर भी सिहर उठे तीन घंटों तक चला पोस्टमार्टम.


पोस्टमार्टमउत्तर प्रदेश के जौनपुर से बाहुबली बसपा सांसद धनंजय सिंह की पत्‌नी डॉक्टर जागृति सिंह की क्रूरता का शिकार बनी घरेलू सहायिका राखी के शव का शुक्रवार को लेडी हार्डिग अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया. राखी के शरीर पर चोटों के निशान देखकर एक बार तो डॉक्टरों का पैनल भी सिहर गया. उसके पूरे शरीर पर गंभीर चोटों के निशान पाए गए हैं. पुलिस ने नाबालिग घरेलू सहायक से राखी के शव की शिनाख्त कराई. उधर, पुलिस की हिरासत में चल रहे बसपा सांसद धनंजय सिंह व उनकी पत्‌नी जागृति सिंह से पूछताछ का सिलसिला जारी है.जूतों से पिटाई


पुलिस का खाना खाने से धनंजय सिंह को परहेज हो रहा है. उन्होंने घर का खाना खाने के लिए अदालत में याचिका भी लगाई है. पुलिस अधिकारियों के अनुसार शुरुआत में हेकड़ी दिखाने वाले धनंजय सिंह का रुख अब नरम पड़ चुका है. नई दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त एसबीएस त्यागी के अनुसार धनंजय सिंह और जागृति सिंह को अलग-अलग कमरों में रखकर पूछताछ की जा रही है. दोनों का एक बार आमना-सामना भी कराया गया, जिसमें पति-पत्‌नी आपस में ही झगड़ पड़े. घरेलू सहायिका मीना ने अपने बयान में सांसद धनंजय सिंह पर भी जूतों से पिटाई करने का आरोप लगाया है.घर का खाना चाहिए

एक पुलिस अधिकारी के अनुसार सांसद ने पुलिस के मैस में बना खाना खाने से इन्कार कर दिया है. उनका कहना है कि पुलिस का खाना उन्हें पसंद नहीं आ रहा है. उन्हें सिर्फ घर का खाना पसंद है. अधिकारियों के अनुसार यदि अदालत अनुमति देती है, तभी सांसद को घर का खाना खाने की अनुमति दी जाएगी. वरना उन्हें पुलिस मैस में बनी दाल-रोटी से ही काम चलाना होगा. सांसद द्वारा हत्या के साक्ष्य मिटाने के संबंध में अधिकारियों का कहना है कि उनके पास इसके पर्याप्त सबूत हैं.ऐसा कैसे कर सकते हैं?

वारदात के बाद 5 नवंबर को जब सांसद धनंजय सिंह को पूछताछ के लिए थाने लाया गया तो उन्हें कतई अंदाजा नहीं था कि पुलिस उनको गिरफ्तार भी कर सकती है. दिनभर चली पूछताछ में कई बार धनंजय सिंह ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष घर जाने की इच्छा जाहिर की. हर बार वह कहते थे कि उनके जौनपुर में कई कार्यक्रम हैं. वहां पहुंचना जरूरी है इसलिए उन्हें जाने दिया जाए. अधिकारी पूछताछ के नाम पर उनकी बात टालते रहे. रात में जैसे ही धनंजय सिंह से कहा गया कि उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है तो उन्होंने तपाक से कहा आप ऐसा कैसे कर सकते हैं? मैं घटना वाले दिन दिल्ली में मौजूद ही नहीं था. फिर कैसे पकड़ सकते हैं मुझे.कैरियर की चिंतापुलिस हिरासत में मौजूद डॉक्टर जागृति सिंह को अब अपने कैरियर की चिंता सता रही है. गुरुवार रात उसने पुलिस थाने में शोर मचाना शुरू कर दिया. उसका कहना था उसे जाने दिया जाए. पुलिस अधिकारियों के आने पर जागृति सिंह यही पूछती रही कि उसके कॅरियर का क्या होगा? उसे जाने क्यों नहीं दिया जा रहा. अधिकारियों द्वारा मना करने पर वह आक्रामक हो गई. जागृति का कहना था कि वह अपना सिर फोड़ लेगी अगर नहीं जाने दिया गया. तब एक महिला इंस्पेक्टर को उसके साथ कक्ष में सुलाया गया. अधिकारियों के अनुसार जागृति सिंह स्वभाव से बेहद उग्र है. उसके व्यवहार से भी यह झलक रहा है.कॉल डिटेल रिकार्ड
सांसद धनंजय सिंह ने पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी दायर की है. सांसद का कहना है कि उनके पास दो मोबाइल फोन हैं, जिनसे उन्होंने पुलिस को फोन किया था. इन मोबाइल की कॉल डिटेल रिकार्ड को सुरक्षित रखने के आदेश पुलिस को दिए जाएं. महानगर दंडाधिकारी जसजीत कौर ने इस अर्जी पर सुनवाई करते हुए दिल्ली पुलिस से मामले में जवाब दायर करने को कहा है. अब इस मामले की सुनवाई शनिवार को होगी.तीन घंटे तक पोस्टमार्टमघरेलू सहायिका राखी की मौत सांसद धनंजय सिंह की पत्नी जागृति सिंह की पिटाई की वजह से ही हुई. लेडी हार्डिग अस्पताल में तीन घंटे तक चले पोस्टमार्टम के बाद तीन डॉक्टरों के पैनल ने शरीर पर लगी चोट को ही राखी की मौत की वजह बताया है. राखी के शरीर पर पैर से लेकर सिर तक गंभीर चोटों के निशान थे. तेज धारदार हथियार की चोट, जलाए जाने के घाव के साथ पूरे शरीर पर गुम चोटों के निशान भी पाए गए हैं. ऐसा लग रहा था जैसे, उसे हर बार अलग-अलग तरीके से पीटा गया हो.बेटा हुआ लापतामालकिन के जुल्मों का शिकार होकर दम तोड़ चुकी राखी का इकलौता बेटा दिल्ली आकर लापता हो गया है. शहनाज बुधवार को दिल्ली आया था. बताया जा रहा है कि दोपहर में वह खाना खाने के लिए निकला था, लेकिन उसका अभी तक कोई अता-पता नहीं है. पुलिस टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं.

Posted By: Subhesh Sharma