ज़िम्बाब्वे में एचआईवी संक्रमण रोकने के लिए चलाए गए एक अभियान के तहत कई सांसद संसद के भीतर खतना करवा रहे हैं.इसके लिए संसद के भीतर एक अस्थायी चिकित्सा शिविर लगाया गया है.

अभियान की शुरूआत में बड़ी संख्या में सांसदों ने हिस्सा लेते हुए एचआईवी टेस्ट करवाते हुए इस ख़तरनाक बीमारी से बचने के लिए खतना करवाने का संकल्प लिया था। एचआईवी की रोकथाम के लिए अफ़्रीका के कई देशों में पुरूषों में खतना करवाने को बढ़ावा दिया जा रहा

समाचार एजेंसी एएफ़पी के अनुसार गुरूवार को ज़िम्बाब्वे की दो मुख्य पार्टियों के कम-से-कम 60 सांसदों ने बारी-बारी से आकर चिकित्सकीय परामर्श ली और फिर शिविर में जाकर परीक्षण करवाया।

एचआईवी परीक्षण करवानेवाली एजेंसी – पॉपुलेशन सर्विसेज़ इंटरनेशनल – की एक प्रवक्ता पेशेन्स ड्यूब ने एएफ़पी को बताया कि इस अभियान को लेकर सांसदों में काफ़ी अच्छी प्रतिक्रिया रही। ज़िम्बाब्बे के प्रधानमंत्री मॉर्गन चांगिराई की पार्टी के एक सांसद ब्लेसिंग चेबुंडो ने कहा कि उन्होंने अपनी जाँच करवाई ताकि वो इस अभियान में अग्रिम पंक्ति में रहकर इसकी अगुआई कर सकें। उन्होंने कहा,"अपनी हैसियत प्रकट कर मैं भेदभाव को खत्म करने की कोशिश कर रहा हूँ। इससे उन लोगों को प्रोत्साहन मिलेगा हम जिनकी अगुआई करते हैं."

राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे की पार्टी की एक सांसद सारा महोका ने कहा,"मेरा एचआईवी टेस्ट निगेटिव रहा और मैं ख़ुश हूँ। मगर दुःख की बात ये है कि महिला सांसद तो ख़ूब जुटी हैं मगर पुरूष सांसद काफ़ी धीरे-धीरे आ रहे हैं ."

ज़िम्बाब्वे की नेशनल एड्स काउंसिल के अनुसार वहाँ एचआईवी ग्रस्त लोगों की संख्या 11 लाख है जिनमें से डेढ़ लाख बच्चे हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार ज़िम्बाब्वे को एचआईवी की रोकथाम में सफलता मिल रही है।

उसका कहना है कि 2003 में वहाँ एचआईवी ग्रस्त लोगों की संख्या अपनी चरमसीमा पर पहुँच गई थी जब 23 प्रतिशत लोग एचआईवी संक्रमित थे जिनमें से लगभग एक चौथाई युवा थे। मगर ये संख्या घटकर 2009 में 14 प्रतिशत पर आ गई।

Posted By: Inextlive