-शाहिद मंजूर की एमआरआई से हुआ उद्घाटन

-तीन हजार रुपये रखी गई है एमआरआई की फीस

Meerut: लंबे इंतजार के बाद आखिर बुधवार को मेडिकल में एमआरआई की शुरुआत हो गई। कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर ने स्वयं की एमआरआई कराकर मशीन का उद्घाटन किया। हालाकि अभी भी एमआरआई गरीब की पहुंच से दूर होगी, क्योंकि उसकी फीस मेडिकल कॉलेज ने तीन हजार रुपये तय की है।

क्या होगा फायदा

-मरीजों को 24 घंटे मिलेगी एमआरआई की सुविधा

- प्राइवेट लैब से 50 फीसदी कम खर्च में हो जाएगी एमआरआई

- बॉडी के हर पार्ट की एमआरआई की होगी एक ही फीस

रेफर्ड मरीजों को भी मिलेगी सुविधा

जिला अस्पताल से रेफर होने वाले मरीज भी मेडिकल कॉलेज में एमआरआई करा सकेंगे। इसके अलावा निजी डॉक्टर द्वारा रेफर मरीज भी सुविधा का लाभ ले सकेंगे।

गरीब की पहुंच से अभी दूर

मेडिकल प्रशासन ने एमआरआई की फीस 2500 प्लस 500 मेंटेनेंस यानी 3000 रुपए रखी है। सरकारी अस्पताल में उपचार कराने वाले मरीज के लिए 3000 रुपए फीस भरना बहुत भारी होता है। बुधवार को भी दो मरीजों को पैसों की वजह से बिना एमआरआई कराए वापस लौटना पड़ा। निजी अस्पतालों में एमआरआई के लिए 6 हजार रुपए चार्ज किए जाते हैं।

स्टाफ की कमी

विभागीय जानकारी के अनुसार 24 घंटे एमआरआई चलाने के लिए 8 टेक्निशियन की जरूरत होती है। लेकिन अभी रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट में सिर्फ एक ही टेक्निशियन है, जिसके चलते आने वाले समय में स्टाफ की कमी के चलते मरीजों को सुविधा देने में विभाग के एचओडी को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।

सीटी स्कैन भी जल्द

विभागीय जानकारी के अनुसार एमआरआई आने के बाद एक या दो माह में सीटी स्कैन की सुविधा भी मेडिकल कॉलेज में होगी।

मेडिकल में एमआरआई होने से मरीजों को बहुत फायदा हो गया है। अब उन्हे एमआरआई के लिए प्राइवेट लैब पर ज्यादा पैसे नहीं चुकाने पड़ेंगे। अब शासन से स्टाफ की दरकार है।

-डॉ। सुभाष सिंह, सीएमएस मेडिकल कॉलेज

आज तो सिर्फ मंत्री जी की ही एमआरआई हो पाई है। दो अन्य मरीज भी एमआरआई के लिए आए थे, लेकिन उनके पास पूरे पैसे नहीं थे। अब वे गुरुवार को एमआरआई के लिए आएंगे।

-डॉ। याशमीन उस्मानी, विभागाध्यक्ष रेडियोडॉयग्नोसिस

Posted By: Inextlive