पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने एमएस धोनी को लेकर एक खुलासा किया है। गावस्कर का कहना है कि माही घरेलू फ्लाइट्स में बहुत ही कम बिजनेस क्लॉस में बैठते थे।

कानपुर। पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी अपनी विनम्रता के लिए जाने जाते हैं। वह झारखंड में एक मध्यम वर्गीय परिवार से आकर भारत के सबसे सफल कप्तान बने। मेन इन ब्लू के साथ अपनी सफल कप्तानी के दौरान, धोनी ने कई रिकॉर्ड बनाए। कैमरे के आगे धोनी के कई कारनामे हमने देखे हैं मगर ऑफ कैमरा भी माही अपने नेक काम से दिल जीतते रहे हैं। इसी से जुड़ा एक वाक्या पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने बताया।

टीवी क्रू के साथ बैठते थे माही

गावस्कर ने मिडडे के लिए एक कॉलम में लिखा कि, 38 वर्षीय धोनी ने अतीत में समय के साथ अपनी विनम्रता का परिचय दिया। वह घरेलू उड़ानों के दौरान चार्टर्ड प्लेन में बिजनेस क्लास सीट छोड़ दिया करते थे। गावस्कर बताते हैं कि धोनी भारतीय कप्तान होने के बावजूद इकोनॉमी क्लास में टीवी क्रू के साथ बैठना पसंद करते थे। भारतीय क्रिकेट टीम अपने शीर्ष प्रदर्शन करने वाले खिलाडिय़ों को घरेलू उड़ानों में सीमित बिजनेस क्लास की सीटों में से एक लेने की सुविधा देती है। हालांकि, धोनी उस समय भारत के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में एक थे, इसके बावजूद वह बिजनेस क्लॉस में सफर करना पसंद नहीं करते थे।

धोनी छोड़ देते थे बिजनेस क्लॉस सीट

लिटिल मास्टर के नाम से मशहूर गावस्कर लिखते हैं, 'भारतीय टीम के पास अपने खिलाडिय़ों को विशेष रूप से घरेलू मैचों में पुरस्कृत करने की एक सुंदर प्रणाली है।जैसा कि अधिकांश भारतीय क्रिकेट फैंस को पता है, भारतीय घरेलू अंतरराष्ट्रीय सत्र के दौरान, दोनों टीमें एक विशेष चार्टर्ड फ्लाइट में एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाती हैं। फ्लाइट में तकनीकी टीवी चालक दल भी होता है, जिन्हें अगले गेम के लिए केबल को रिग करना पड़ता है। बिजनेस क्लास में सीमित सीटें होती हैं और टीमों के कप्तान, कोच और मैनेजर इनको प्राप्त होते हैं। मगर माही के लिए सीट का ज्यादा फर्क नहीं पड़ता, वो कहीं भी बैठ जाते थे।

कोहली भी हैं प्रशंसा के योग्य

गावस्कर आगे कहते हैं, धोनी की तरह कोहली भी प्रशंसा के योग्य हैं। माही की इस परंपरा को कोहली आगे बढ़ा रहे। उन्होंने खुलासा किया कि वर्तमान भारतीय कप्तान एमएस धोनी के नक्शेकदम पर चलते हैं क्योंकि ऐसे उदाहरण हैं जहां कोहली ने गेंदबाजों को अपनी सीट दी है जिन्होंने भारत को जीत दिलाई थी। उन्होंने कहा, 'विराट कोहली ने इकॉनमी सेक्टर में उन गेंदबाजों को अपनी सीट देने के लिए बैठाया है, जिन्होंने भारत को एक शानदार मैच में जीत दिलाई थी। ये भले ही छोटी-छोटी बातें हैं, लेकिन वे टीम भावना के निर्माण में एक लंबा रास्ता तय करती हैं।'

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari