टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी आज भले ही अरबपति हों मगर करियर के शुरुआती दिनों में उन्हें ज्यादा पैसों की इच्छा नहीं थी। धोनी के एक साथी खिलाड़ी ने खुलासा किया कि इंटरनेशनल क्रिकेट में आने के बाद माही सिर्फ 30 लाख रुपये कमाकर घर लौट जाना चाहते थे।

नई दिल्ली (पीटीआई)। भारत के सबसे सफल कप्तानों में शुमार महेंद्र सिंह धोनी ने कभी नहीं सोचा था कि, वो इतने बड़े क्रिकेटर बन जाएंगे। एक छोटे से शहर रांची से आए धोनी कभी भी पैसों के लिए नहीं भागे। इस बात का खुलासा उनके साथी क्रिकेटर रहे वसीफ जाफर ने किया। क्रिकेट से रिटायर हो चुके जाफर ने धोनी से जुड़ी पुरानी यादों को साझा किया, जो कभी धोनी के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करते थे। दरअसल जाफर ट्विटर पर अपने फैंस के सवालों का जवाब दे रहे थे।

धोनी से जुड़ी यादें साझा की

एक फैन ने जाफर से पूछ लिया कि उनकी धोनी के साथ कुछ पुरानी यादें हैं। तब वसीम ने माही के बारे में बड़ा खुलासा किया। धोनी, जिन्होंने 2007 के टी 20 विश्व कप और 2011 के 50-ओवर के विश्व कप खिताब के लिए भारत की कप्तानी की है, विश्व क्रिकेट में एक प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं, लेकिन जाफर ने कहा कि एक बार उन्होंने कहा था कि वह क्रिकेट खेलकर सिर्फ 30 लाख रुपये कमाना चाहते हैं। जाफर ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक फैन के सवाल का जवाब देते हुए लिखा, "भारतीय टीम में अपने पहले या दूसरे साल में, मुझे याद है कि उन्होंने (धोनी) कहा था कि वह क्रिकेट खेलकर सिर्फ 30 लाख रुपये कमाना चाहते हैं, ताकि वह शांतिपूर्वक जीवन जी सकें।'

In his 1st or 2nd year in Indian team, I remember he said, he wants to make 30lakhs from playing cricket so he can live peacefully rest of his life in Ranchi 😅😃

— Wasim Jaffer (@WasimJaffer14) March 28, 2020जाफर ने हाल ही में लिया संन्यास

मुंबई के बल्लेबाज वसीम जाफर ने इस महीने की शुरुआत में सभी प्रकार के क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। वहीं न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व कप के सेमीफाइनल में हार के बाद धोनी पिछले साढ़े आठ महीने में भारत के लिए नहीं खेले हैं। वह आईपीएल में वापसी करने वाले थे, जिससे उनकी टीम चेन्नई सुपर किंग्स का नेतृत्व किया गया था, लेकिन कैश-रिच टूर्नामेंट, जो मूल रूप से रविवार को शुरू होने वाला था, कोविड -19 महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari