- मडपैक थेरेपी का काम पूरा होगा

- मुख्य गुंबद सहित पूरे ताज में होगी फाइनल थेरेपी

आगरा। सात अजूबों में शुमार ताज के खोये नूर को लौटाने की फाइनल कवायद पर्यटन के ऑफ सीजन में पूरी कर ली जाएगी। ताज को फिर से सफेद करने के लिए किए जा रहे मडपैक थेरेपी अंतिम बार पर्यटन के ऑफ सीजन में की जाएगी। इसके लिए एएसआई (आर्केयालॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) की केमिकल ब्रांच द्वारा इसकी तैयारियां भी की जा रही हैं।

ऑफ सीजन में तेजी से चलेगा काम

इस समय पर्यटन सीजन का पीक टाइम चलेगा। ताज में हर दिन 50 से 60 हजार पर्यटक रोज पहुंच रहे हैं। ऐसे में मडपैक का काम किया जाना संभव नहीं है। इसके लिए एएसआई ने ऑफ सीजन में मडपैक के काम को तेज करने की योजना बनाई है।

मुख्य गुंबद में बंधेगी पाड़

इस समय ताज के मुख्य गुंबद के अलावा सभी हिस्सों में मडपैक का काम पूरा हो चुका है। मुख्य गुंबद पर मडपैक में करीब तीन महीने लगेंगे। इसमें मुख्य गुंबद के पास बनी चार छोटी गुंबदों का काम भी शामिल हैं। सीजन में पर्यटकों को ताज का अच्छा व्यू मिले, इसके लिए अभी काम रोक दिया गया है। फरवरी के अंत तक मुख्य गुंबद पर पाड़ बांधने का काम शुरू हो जाएगा।

पूरे ताज में फिर से होगा मडपैक

एएसआई द्वारा मुख्य गुंबद का काम पूरा करने के बाद पूरे ताज पर फिर से मडपैक का काम किया जाएगा। ताज के मुख्य कब्र परिसर में एक बार फिर से मडपैक थेरेपी की जाएगी जिससे ताज को फिर से साफ किया जाएगा। इस समय ताज की दीवारें पर्यटकों के हाथ लगाने से फिर से मटमैली हुए जा रहीं हैं। इसे साफ करने के लिए एएसआई ऑफ सीजन में फिर से पूरे ताज को साफ करेगा। इन सब कार्यो में करीब चार से पांच महीने लगेंगे।

Posted By: Inextlive