एक हजार में तमंचा

एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि हथियारों की फैक्ट्री चलाने वाले तस्कर थोक के रेट पर हथियारों की सप्लाई करते है। एक तमंचे के लिए 1 हजार से 2 हजार रुपये तक वसूले जाते हैं और इन्हें खरीदने वाला इसे आगे 3000 रुपये तक बेच देता है।

बड़ी वारदात की तैयारी तो नहीं?

मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद वेस्ट यूपी में गैंग वार की आशंका और बढ़ गई है। उधर, लोकसभा चुनाव करीब आते ही हथियारों की सप्लाई से भी किसी बड़ी वारदात की आशंका बढ़ रही है। मुनीम काला मुजफ्फरनगर का कुख्यात बदमाश है, जबकि सुनील राठी का भी इसी क्षेत्र में दबदबा है। भले ही दोनों जेल में हैं, लेकिन उनके गुर्गो तक दोनों के दिशा-निर्देश लगातार पहुंच रहे हैं। ऐसे में किसी गैंगवार की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

लालबत्ती की लग्जरी गाडि़यों व एंबुलेंस में होती है हथियारों की तस्करी

10 अवैध हथियार फैक्ट्रियों का पुलिस ने दो महीनों में किया खुलासा

500 जिंदा कारतूस के साथ पकड़ा गया था हथियारों का तस्कर

शहर के आउटर क्षेत्र में संचालित होती हैं अवैध फैक्ट्रियां

Meerut। पिछले दिनों बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद से वेस्टर्न यूपी में एक बार फिर क्राइम और गैंगवार सिर उठाने लगे हैं। गुरुवार को ही पुलिस ने डिमांड पर हथियार सप्लाई करने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। सूत्र बता रहे हैं कि ऐसे ही तमाम हथियारों की सप्लाई पश्चिम के कुख्यात मुकीम काला और सुनील राठी को बड़ी मात्रा में की जा रही है।

मेरठ बन रहा गढ़

अवैध हथियार बनाने में पश्चिम यूपी का किठौर का रार्धना कुख्यात रहा है, लेकिन अब मेरठ शहर में भी यह मंडी तेजी से पनप रही है। बीते दो महीने में पुलिस ने यहां से अवैध हथियार बनाने की 10 फैक्ट्रियां पकड़ी हैं, जिनमें तमंचे से लेकर आधुनिक हथियार तक सब ऑन डिमांड तैयार किए जा रहे थे।

गैंग को सप्लाई

सरधना के भमौरी गांव में हथियारों की फैक्ट्री चलाने के आरोप में पकड़े गए तस्करों ने पुलिस के सामने कई खुलासे किए हैं। एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि आरोपियों ने कबूला है कि अवैध हथियारों की सबसे ज्यादा सप्लाई मुकीम काला गैंग और सुनील राठी गैंग को की जा रही है। गौरतलब है कि हाल ही में सुनील राठी ने कुख्यात मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसके पास जेल में ही पिस्टल पहुंचाई गई थी।

लग्जरी गाडि़यों से सप्लाई

एसएसपी के मुताबिक आमतौर पर हथियार तस्कर अवैध हथियारों की सप्लाई के लिए लालबत्ती और लग्जरी गाडि़यों का इस्तेमाल करते हैं। ये हथियार हरियाणा, दिल्ली व मध्य प्रदेश तक सप्लाई होते हैं। इन फैक्ट्रियों में ऑन डिमांड भी सप्लाई की जाती है। डिमांड पर आधुनिक पिस्टल, तमंचा, रिवॉल्वर व कारतूस भी तैयार होते हैं, जिन्हें निर्धारित पते पर पहुंचा दिया जाता है।

आउटर में संचालित

पुलिस की नजरों से बचने के लिए आमतौर पर ऐसी अवैध फैक्ट्रियां शहर के आउटर, जंगल आदि में संचालित होती हैं। बीते दो महीनों में पुलिस ने जितनी भी फैक्ट्री पकड़ीं, वे सभी सरधना के जंगल में या शताब्दी नगर स्थित खंडहरनुमा घरों में या नई कॉलोनियों में चलती मिली हैं।

ये हैं रेट

पिस्टल - 6 से 8 हजार

तमंचा - 1 से 2 हजार

रिवाल्वर - 7 से 8 हजार

राइफल - 10 हजार

कारतूस - 50 से 55 हजार

बंदूक - 7 हजार

ये पकड़ी जा चुकी हैं फैक्ट्रियां

2 अगस्त

सरधना के भमौरी गांव में अवैध हथियारों की फैक्ट्री पर दबिश डाली थी। जिसमें 6 लोगों समेत पुलिस ने मौके से 40 से ज्यादा तैयार व अधबने हथियार बरामद किए थे।

12 जुलाई

किठौर पुलिस ने जंगल में चल रही फैक्ट्री में छापा मारकर 8 लोगों समेत 12 अवैध हथियार बरामद किए थे।

31 मई

नौचंदी पुलिस ने अवैध हथियार की फैक्ट्री पर छापा मारकर रियाजुद्दीन और इलियास सैफी समेत भारी मात्रा में बने और अधबने हथियार बरामद किए थे।

30 मई

सरधना पुलिस ने बपारसी व मुल्हैड़ा के घने जंगलों में दो हथियार तस्कर जामीन व कासिम समेत भारी मात्रा में हथियार व उपकरण बरामद किए थे।

28 मई

इंचौली पुलिस ने घेराबंदी करके मुरादाबाद के कारतूस तस्कर इलियास को लावड़ से दबोचा था। उसके पास से 500 के करीब जिंदा कारतूसों का जखीरा बरामद हुआ था।

पिछले 6 महीनों में पुलिस ने अलग-अलग थानों में 20 हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया है।

Posted By: Inextlive