-एमडीए ने भेजा था बंगला नंबर 173 में मल्टी लेवल पार्किंग का प्रस्ताव

-कैंट बोर्ड ने कहा रक्षा मंत्रालय से अनुमति के बाद होगा निर्णय

Meerut: एमडीए के लाख प्रयास के बाद भी मल्टी लेवल पार्किंग शहर के लिए अभी दूर की कौड़ी बनी हुई है। कई जगहों के प्रस्तावों पर अड़ंगा लगने के बाद एमडीए ने कैंट स्थित बंगला नंबर 173 में पार्किंग बनाने का प्रस्ताव तैयार कैंट बोर्ड से एनओसी मांगी थी। एमडीए के सवाल पर कैंट बोर्ड ने रक्षा मंत्रालय से अनुमति मिलने के बाद ही अग्रिम निर्णय लेने की बात कही है।

फिर खटाई में मल्टी लेवल पार्किंग

शासन की प्राथमिकता वाले प्रोजेक्ट मल्टी लेवल पार्किंग को मूर्त रूप देने के लिए एमडीए ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। पार्किंग को लेकर कई जगहों से मुंह की खाए एमडीए ने इसका प्रस्ताव बनाकर कैंट बोर्ड को भेजा था। प्रस्ताव के मुताबिक एमडीए ने कैंट स्थित बंगला नंबर 173 में मल्टी लेवल पार्किंग निर्माण के लिए चुना था, जिस पर एमडीए ने कैंट से सहभागिता कर पार्किंग के निर्माण की बात कही थी, लेकिन प्रस्ताव पर सवालिया निशान उस समय लग गया जब कैंट बोर्ड ने रक्षा मंत्रालय से अनुमति लेने के बाद इसके लिए कोई निर्णय लेने की बात कही।

भटक रही मल्टी लेवल पार्किंग

शासन की प्राथमिकता वाली इस योजना को मूर्त रूप देने के लिए एमडीए ने सबसे पहले टाउन हॉल को चुना था, लेकिन इसको ऐतिहासिक धरोहर बताते हुए आरटीआई कार्यकर्ता लोकेश खुराना ने हाईकोर्ट में रिट दाखिल कर दी और मामला खटाई में पड़ गया। इसके बाद एमडीए ने पार्किंग के लिए आबू नाले का चुना, लेकिन इसके लिए कैंट बोर्ड ने एनओसी नहीं दी। फिर पार्किंग बनाने का फैसला एमडीए कार्यालय परिसर को चुना गया, लेकिन यहां जगह कम होने कारण मामला में ब्रेक लग गया था।

कैंट बोर्ड को सारी शर्तो के साथ मल्टी लेवल पार्किंग का प्रस्ताव भेजा गया है। जमीन कैंट की है, इसलिए जमीन से संबंधित फैसला कैंट बोर्ड को लेना है।

- शबीह हैदर, एसई, एमडीए

पहले ये मामला सेंट्रल कमांड जाएगा। वहां से प्रोजेक्ट पास होने के बाद डिफेंस मिनिस्ट्री में प्रोजेक्ट पास होगा उसके बाद मेरठ कैंट में इंप्लीमेट होगा।

- एमए जफर, पीआरओ, कैंट बोर्ड

Posted By: Inextlive