- डेवलव होगा कॉमर्शियल एरिया लेकिन घट जाएगा पार्किग एरिया, अब एक साथ खड़े हो सकेंगे 315 वाहन

GORAKHPUR: गोलघर मार्केट को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए बनने वाली मल्टीलेवल पार्किग अब कॉमर्शियल सेंटर के रूप में भी इस्तेमाल हो सकेगी। बजट पास होने के बाद से ही मल्टीलेवल पार्किग का काम तेजी से किया जा रहा है। हां इस बीच पार्किग के डिजाइन में कुछ बदलाव जरूर किए गए हैं। गोलघर स्थित जलकल परिसर में बन रही सिटी की पहली मल्टीलेवल पार्किग में एक फ्लोर की बढ़ोतरी की गई है। अब सात फ्लोर की मल्टीलेवल पार्किग होगी जिससे कॉमर्शियल एरिया बढ़ गया है लेकिन पार्किग एरिया को घटा दिया गया है। बदले डिजाइन के बाद अब यहां 315 चार पहिया वाहन खड़े किए जा सकेंगे जबकि पहले 383 वाहनों को पार्क करने की सुविधा थी। वहीं, कॉमर्शियल एक्टिविटी के लिए चार हजार वर्ग मीटर जगह मिली है जिसपर जीडीए की देखरेख में काम कराया जा रहा है।

25 करोड़ से हो रहा निर्माण

जाम से निजात दिलाने तथा सिटी में पार्किग की समस्या को दूर करने के लिए गोलघर स्थित जलकल परिसर में मल्टीलेवल पार्किग का निर्माण कराया जा रहा है। शासन द्वारा इसके लिए लगभग 25 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण को निर्माण एजेंसी का जिम्मा सौंपा गया है। पार्किग का काम शुरू होने के बाद अधिकारियों ने इसके व्यवसायिक उपयोग की संभावना को देखा और कॉमर्शियल एरिया बनाने का निर्णय लिया। इसके बाद पार्किग की डिजाइन में बदलाव का फैसला किया गया। 22 नवंबर को डिजाइन पर फैसला होने तक निर्माण कार्य रोक दिया गया। 23 नवंबर की शाम को गोरखनाथ मंदिर में सीएम को प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने मल्टीलेवल पार्किग की प्रगति से अवगत कराया। जिसके बाद डिजाइन में बदलाव को हरी झंडी मिल गई और एक बार फिर से काम भी शुरू हो गया है।

इससे पहले भी हुई थी कोशिश

बीच शहर में मल्टीलेवल पार्किग बनाने की कोशिश पहले भी की जा चुकी है। लेकिन हमेशा कोई ना कोई प्रॉब्लम सामने आती गई जिससे पार्किग नहीं बन सकी। मल्टीलेवल पार्किग के लिए इंदिरा बाल विहार, टाउनहॉल और फिर नगर निगम परिसर में इसे बनाने की कवायद शुरू की गई थी जो बाद में ठंडे बस्ते में चली गई।

गोलघर में हैं दो पार्किग

गोलघर के आस-पास दो पार्किग हैं। एक बलदेव प्लाजा में तो दूसरी पार्किग टाउनहाल में है। जहां पर बहुत कम गाडि़यां ही खड़ी हो सकती हैं। जबकि जलकल परिसर में बन रही पार्किग में एक साथ 315 फोर व्हीलर खड़े हो सकते हैं। ये सिटी की अब तक की सबसे बड़ी पार्किग है जिसे मैकेनाइज्ड तरीके से एक के ऊपर एक बनाया जा रहा है।

बढ़ सकती है लागत

शासन की तरफ से 25 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई है। हालांकिआने वाले समय में लागत बढ़ने की आशंका है। करीब 30 प्रतिशत बजट और बढ़ सकता है जिसको जोड़कर काम की कुल लागत 32-34 करोड़ रुपए हो जाएगी।

दो साल में पूरा करना है काम

मल्टीलेवल पार्किग का काम दिसंबर 2022 तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद शहर को एक बड़ा पार्किग स्थल मिल जाएगा। कार्यदायी संस्था को 24 महीने में काम पूरा करना है।

वर्जन

मल्टीलेवल पार्किग के डिजाइन में बदलाव किया गया है। कॉमर्शियल एक्टिविटी के लिए चार हजार वर्ग मीटर जगह मिली है। अन्य विवरण जुटाए जा रहे हैं। एक फ्लोर की भी बढ़ोत्तरी की गई है।

- ए दिनेश कुमार, उपाध्यक्ष जीडीए

Posted By: Inextlive