वाटर लाइन पर खड़ी हो गयी इमारतें
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30 मीटर चौड़ी मेन वाटर सप्लाई लाइन के ठीक ऊपर बन गए हैं दर्जनों की संख्या में मकान 41 अवैध कब्जाधारियों की लिस्ट बनाई है जलकल विभाग के अधिशाषी अभियंता ने किसी भी भवन स्वामी के पास नहीं है जमीन से संबंधित कागजात जांच के बाद अधिशासी अभियंता जलकल ने सौंपी रिपोर्ट balaji.kesharwani@inext.co.in ALLAHABAD: जलकल कार्यालय के सामने नगर निगम और स्टेट लैंड की जिस भूमि के नीचे वाटर सप्लाई की 30 मीटर मेन पाइप लाइन गई है, उस जमीन पर अवैध कब्जा कर लोगों ने पक्के मकान बना लिए हैं। इनमें से किसी के भी पास जमीन से संबंधित कोई कागजात नहीं हैं। इसकी जानकारी नगर निगम की ओर से कराई गई जांच में सामने आई है। इससे ये साबित हो गया है कि जलकल विभाग की भूमि पर बने करीब चार दर्जन से अधिक आशियाने पूरी तरह अवैध हैं। किसी ने नहीं दिखाए कागजातजांच के आदेश के बाद जलकल विभाग के अधिशासी अभियंता ने जब नगर निगम और स्टेट लैंड की भूमि पर मकान बना कर रह रहे भवन स्वामियों से कागजात मांगे तो कोई भी भवन स्वामी कागजात नहीं दिखा सका। इसकी रिपोर्ट अधिशासी अभियंता आरडीएस यादव ने अपर नगर आयुक्त के साथ ही मेयर को सौंपी है। रिपोर्ट में उन्होंने जलकल की भूमि पर भवन बना कर रह रहे भवन स्वामियों के नामों की सूची के साथ वह नक्शा भी सौंपा है, जिसमें साफ-साफ दिख रहा है कि खुशरोबाग स्थित जलकल मुख्यालय से निकली मुख्य पाइप लाइन कहां से गुजरी है और जलकल की जमीन कहां-कहां है।
अपर नगर आयुक्त ने मांगी थी जानकारी नगर निगम के जलकल विभाग और स्टेट लैंड की भूमि पर अवैध कब्जा कर चार दर्जन से अधिक दो मंजिला और तीन मंजिला मकान खड़े हो गए। औने-पौने दाम पर जमीन बेच दिए गए और किसी को कोई भनक तक नहीं हुई। पिछले दिनों नगर निगम की कार्यकारिणी मीटिंग में सदस्यों द्वारा शिकायत के बाद मेयर के आदेश पर जांच प्रक्रिया शुरू हुई। मेयर के निर्देश पर अपर नगर आयुक्त ऋतु सुहास ने दो मई को खुशरोबाग स्थित जलकल कार्यालय पहुंच कर जांच की थी। यहां कई मकान बने मिले। सिस्टम पर सवाल स्टेट लैंड की जमीन जिसके नीचे से मेन वाटर लाइन गुजरी हो, बिकी कैसे जल निगम और नगर निगम के जिम्मेदार अफसर क्यों साधे रहे चुप्पी इन दोनों विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों की संलिप्तता है इसमें अब तक इस पर किसी को कोई नोटिस क्यों जारी नहीं हुईअधिशासी अभियंता जलकल की लिस्ट में शामिल हैं ये नाम
1. अनिल चौरसिया 2. महारानी दीन 3. रंजनी देवी 4. दिलीप 5. वीरेंद्र त्रिपाठी 6. चंद्रशेखर मिश्रा 7. रामू पुत्र दौलत 8. रामचंद्र मिश्रा 9. सुमेश्वनाथ त्रिपाठी 10. नफीस 11. अहमद अली 12. मो। हबीब 13. राम सागर 14. मंजू देवी 15. वीरेंद्र कोहार 16. फैजी 17. अहमद अली 18. सोनी मेहतर 19. महेंद्र 20. चंद्रशेखर 21. पारसनाथ राय 22. नंद किशोर 23. विजय मेहतर 24. अहमद अली 25. महेंद्र 26. फैजी 27. अख्तर मियां 28. रजनीश त्रिपाठी 29. ओम प्रकाश भुल्लू 30. रामसागर 31. रामचंद्र मिश्रा 32. रामचंद्र द्विवेदी 33. रामलखन यादव 34. शारदा पत्नी राजू 35. चुन्नी लाल 36. मुन्ने खां 37. केदारनाथ यादव 38. जय राज 39. लाल बहादुर 40. श्याम बाबू 41. खरीद 42. मो। गुड्डू अधिशासी अभियंता ने जलकल की भूमि पर मकान बना कर रह रहे लोगों की लिस्ट सौंपी है। उन्हें और तथ्यों के साथ रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है ताकि बाद में कोई ये न कहे कि उन्हें कागजात दिखाने का मौका नहीं मिला। ऋतु सुहास अपर नगर आयुक्त, नगर निगम