- नगर निगम ने पकड़े 966 भवनों में इलीगल वॉटर कनेक्शन

- नगरायुक्त ने सभी से जुर्माना वसूलने का दिया आदेश

Meerut : बिजली के बाद अब मेरठी पानी चोरी करने के मामले में नंबर वन का खिताब पाने को बेताब हैं। जी हां, सिटी के लोग निगम की लाइनों से पीने का पानी भी चुरा रहे हैं। नगर निगम के ऑफिशियल्स ने 9म्म् ऐसे भवनों को पकड़ा है, जहां चोरी से लाइनें काटकर पानी का उपयोग किया जा रहा था। नगर आयुक्त ने सभी को नोटिस जारी करके उनसे जुर्माना और पिछले पूरे समय का बिल वसूल करने का आदेश दिया है।

पानी भी होता है चोरी

मेरठ शहर की जनता को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम हर साल भ्0 करोड़ से ज्यादा खर्च करता है, लेकिन पानी पीने वाले लोग उसे बिल का भुगतान नहीं करते। हजारों भवन तो ऐसे हैं, जिनमें निगम से पानी का कनेक्शन लिया गया है, लेकिन बिल का लंबे समय से भुगतान नहीं किया जा रहा है। लेकिन हजारों की संख्या में ऐसे भवन भी शहर में हैं जो कि चोरी से निगम की पेयजल लाइन काटकर पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं।

जुर्माना वसूलने के दिए आदेश

नगर आयुक्त एसके दुबे का कहना है कि बिल न देने वाले लोग ही पेयजल का दुरूपयोग करते हैं। उसे सड़कों और नालियों में बहाते हैं। चोरी से पानी पीने वाले भवनों की पहचान के लिए निगम प्रशासन फिलहाल अभियान चला रहा है। पिछले कुछ दिनों में जलकल विभाग ने शहर में 9म्म् ऐसे भवनों को पकड़ लिया है। इसकी रिपोर्ट नगर आयुक्त को भेजी गई है। नगर आयुक्त ने इन सभी को नोटिस जारी करके इनसे जुर्माना वसूलने और उस पूरी अवधि का पानी का बिल वसूलने का आदेश दिया है, जब से वहां पानी का उपयोग किया जा रहा है।

नगर निगम को लोग पानी के बिल का पैसा नहीं दे रहे हैं। चोरी से चल रहे कनेक्शनों को पकड़ने का अभियान लगातार चलेगा। सभी से पैसा लिया जाएगा।

- एसके दुबे, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive