- नगर निगम ऑफिस में लगाया गया वाटर कूलर भी फेल

-पार्षदों की शिकायत के बाद भी नहीं जागे अफसर

GORAKHPUR:

नगर निगम दूसरों की प्यास बुझाता है लेकिन वह खुद ही प्यासा है। निगम में पेयजल की मुकम्मल व्यवस्था नहीं होने से आम पब्लिक के साथ यहां के पार्षद व कर्मचारी को काफी परेशानी होती है। पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए पार्षदों ने कई बार निगम अफसरों से शिकायत की लेकिन जिम्मेदार अफसर इसकी सुधि नहीं ले रहे हैं। स्टैंड के पास लगे स्टैंड पोस्ट से गंदा एवं बदबूदार पानी आ रहा है। वाटर कूलर के पास जमी काई की मोटी परत प्रशासन केअव्यवस्था की पोल खोल रही हैं।

मौसम में परिवर्तन के बाद भी नगर निगम खुद के लिए पेयजल की व्यवस्था नहीं कर पा रहा है। निगम परिसर में सिर्फ एक ही वाटर कूलर लगाया गया है। लेकिन वह भी शुद्ध पानी नहीं देता है। आलम यह है कि कूलर के आसपास काई की मोटी परत जमी हुई है। जिसके चलते प्यास बुझाने वाले इस कूलर का पानी तक पीना पसंद नहीं करते हैं। जबकि 70 पार्षद के अलावा सैंकड़ों लोग किसी ना किसी काम से निगम आते हैं। यहां पेयजल की व्यवस्था नहीं होने से लोगों ने कई बार अफसरों से शिकायत भी की लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदारों के कान पर जूं तक न रेंगी। पार्षदों का कहना है कि पेयजल की व्यवस्था नहीं होने से मजबूरी में बाहर से बोतल वाला पानी मंगवाना पड़ता है। इसे लेकर कर्मचारियों के बाद पार्षदों ने भी इस मुद्दे पर सवाल उठाए हैं।

कोट

नगर निगम में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं है। नगर निगम को पत्र देकर कई बार शुद्ध पेयजल व्यवस्था की मांग की गई। यहां पर अपनी समस्या को लेकर काफी संख्या में पब्लिक आती है। जिन्हें शुद्ध पेयजल की समस्या से जूझना पड़ता है।

ऋषि मोहन वर्मा, पार्षद वार्ड नंबर 12 जन प्रिय बिहार

नगर आयुक्त से कई बार कार्यालय में शुद्ध पेयजल व्यवस्था की मांग की जाती रही है। महीनों से नगर निगम परिसर में गंदा व बदबूदार पानी आ रहा है। इसके चलते यहां आने वालों को पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं मिल पाता है। जिससे नगर निगम की छवि खराब हो रही है।

अजय राय, पार्षद वार्ड नंबर 69 सिविल लाइंस

वर्जन

पार्षदों की शिकायत पत्र पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही कार्यालय में आरओ के साथ नये वाटर कूलर लगाए जाएंगे।

प्रेम प्रकाश सिंह, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive