-स्टोर में पड़े कबाड़ को बेचने के लिए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने बनाई कमेटी

-जलकल, निर्माण के लिए बनाई गई अलग-अलग कमेटी

-मुख्य लेखा परीक्षक की अध्यक्षता में बनेगी कमेटी

GORAKHPUR: नगर निगम अब अपने कबाड़ को बेचकर उससे लाखों की कमाई करेगा। जिसको वार्डो के विकास में खर्च किया जाएगा। निगम के स्टोर रूम में पड़े हुए कबाड़ के मूल्यांकन के लिए तीन कमेटियों का गठन किया गया है। गठित कमेटी स्टोर रूम सहित सभी कबाड़ का मूल्यांकन कर अपनी रिपोर्ट टैक्स सफाई प्रभारी आकांक्षा राना को सौंपेगी। इसके बाद कबाड़ को बेचने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। निगम की इस योजना से अब उसके कबाड़ भी संपत्ति बन जाएंगे। मुख्य लेखा परीक्षक की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने कार्यवाही शुरू कर दी है। निगम के स्टोर में अतिक्रमण के दौरान अधिग्रहित की गई वस्तुओं की संख्या सबसे अधिक है।

तीन कमेटियों का गठन

सभी डिपार्टमेंट से इक्ट्ठा हुए कबाड़ के मूल्यांकन के लिए तीन कमेटियों का गठन किया गया है। तीनों कमेटियों के अध्यक्ष मुख्य लेखा परीक्षक इसरार अंबिया अंसारी को बनाया गया है। पथ प्रकाश विभाग में खराब पड़ी सामाग्रियों के मूल्यांकन के लिए चार सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। जिसमें अध्यक्ष मुख्य लेखा परीक्षक, सहायक अभियंता अशोक सिंह, सहायक लेखाधिकारी राजीव कुशवाहा व लिपिक रईश अहमद शामिल हैं। इस कमेटी को 12 जनवरी को रिपोर्ट प्रस्तुत करना है। जलकल स्टोर में पड़ी सामाग्री के लिए मुख्य लेखा परीक्षक के अलावा सहायक अभियंता अनूप मिश्रा, सहायक लेखाधिकारी राजीव कुशवाहा व लिपिक रामगोविंद सिंह हैं। कमेटी 10 जनवरी तक अपनी रिपोर्ट पेश कर देगी।

अतिक्रमण सामाग्री के लिए 6 सदस्यीय कमेटी

अतिक्रमण के बाद नगर निगम की ओर से अधिग्रहित सामानों के मूल्यांकन के लिए 6 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। जिसमें अध्यक्ष के तौर पर इशरार अंबिया अंसारी, अधिशासी अभियंता देवेन्द्र कुमार, सहायक अभियंता एसबी तिवारी, सहायक लेखाअधिकारी राजीव कुशवाहा, अवर अभियंता नर्दवेश्वर पांडेय व लिपिक घनश्याम गुप्ता कमेटी में शामिल हैं। यह कमेटी 7 जनवरी को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर देगी। जिसमें नगर निगम में मौजूद सामानों की पूरी डिटेल, बिक्री दर सहित अतिक्रमण से प्राप्त सभी वस्तुओं का विवरण होगा। लेकिन अभी तक कमेटी मूल्यांकन के लिए कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है।

डूडा को भी दिए निर्देश

सहायक मजिस्ट्रेट आकांक्षा राना ने गठित कमेटी के जारी आदेशों की प्रति को डूडा कार्यालय में भी भेज दिया है। जिसमें निर्देशित किया गया है कि डूडा में निष्प्रयोज्य पड़ी सामाग्री की सूची तैयार कर कमेटी को अवगत कराया जाए। डूडा में पुराने रिक्शा, गाड़ी सहित कई कबाड़ के समान पड़े हुए हैं।

वर्जन-

नगर निगम बड़े पैमाने पर कबाड़ रखे हुए हैं। इनका सही मूल्यांकन करके बेचने पर निगम की आए बढ़ सकती है। इसी उद्देश्य के तहत कमेटियों का गठन किया गया है।

आकांक्षा राना, सहायक मजिस्ट्रेट व टैक्स प्रभारी नगर निगम

Posted By: Inextlive